एलन के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने बर्थडे पर युवाओं के वैक्सीनेशन के लिए 21 लाख दिए

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कोटा। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट हर समय सामाजिक सरोकार के लिए तत्पर रहता है। मानवता की सेवा में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। एक बार फिर अपने इसी संकल्प को बरकरार रखते हुए महामारी के दौर में युवाओं के जीवन रक्षण के लिए एलन ने सहृदयता दिखाई है।

एलन के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने अपने जन्मदिवस पर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 18 से 45 वर्ष के युवाओं के वैक्सीनेशन में सहयोग के लिए स्थापित कोष में 21 लाख रुपए का सहयोग किया है। राज्य सरकार के इस कोष में कमी नहीं आए और प्रदेश के युवाओं को वैक्सीनेशन लगने का कार्य जारी रहे, इसे देखते हुए यह सहयोग किया गया है। उन्होंने आमजन और सहयोगियों से भी अपील की है कि राज्य सरकार द्वारा करवाए जा रहे वैक्सीनेशन के इस कार्यक्रम में सभी आहूति दें, कम से कम एक युवा के वैक्सीनेशन का खर्च 700 रुपए उठाने का संकल्प लेते हुए मुख्यमंत्री द्वारा स्थापित कोष में राशि भेंट करें।

माहेश्वरी ने अपने जन्मदिन पर एक और पहल की, उन्होंने सभी शुभकामना संदेश भेजने वाले शुभचिंतकों और परिचितों से निवेदन करते हुए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने का संकल्प लिया। उन्होंने शुभकामना के प्रत्युत्तर में संदेश भेजते हुए अपील की कि इस महामारी से बचने के लिए हमें शरीर में किसी भी तरह की परेशानी होती है, बीमारी का कोई भी लक्षण नजर आता है, तो उसे छिपाना नहीं है। बुखार, खांसी, जुकाम को इग्नोर नहीं करना है, तुरंत चिकित्सक से सलाह लेते हुए जल्दी संभलना है।

गत वर्ष कोविड में दी थी 93 लाख की नकद सहायता
वर्ष 2020 में लॉकडाउन के दौरान स्टूडेंट्स के लिए अभूतपूर्व सहयोग करने के बाद एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट ने 93 लाख रुपए की मदद भी दी। इसमें पीएम केयर्स फंड में 51 लाख रुपए, राजस्थान मुख्यमंत्री कोविड-19 राहत कोष में 25 लाख रुपए दिए। इसके अलावा दिहाड़ी मजदूरों को राशन के पैकेट वितरण, झालावाड़ में लॉकडाउन में लोगों की मदद व अन्य मदों में करीब 17 लाख रुपए दिए गए।

कोटा से 50 हजार से अधिक एलन व अन्य कोचिंग संस्थानों के स्टूडेंट्स की सकुशल घर वापसी करवाई गई, जिसमें राज्य सरकारों से लेकर केन्द्र सरकार तक ने सहयोग किया। देश के 25 राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों को बस व ट्रेन के माध्यम से यहां से स्टूडेंट्स को सकुशल, सुरक्षित घर भेजा गया। लॉकडाउन के दौरान स्टूडेंट्स को 3.65 लाख फूड पैकेट्स उपलब्ध करवाए गए। घर बैठे भोजन के साथ ही चिकित्सा सुविधाएं भी दिलवाई गई।