नई दिल्ली। भारत में जिस रफ्तार से कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है उसी रफ्तार से इस संक्रमण की रोकथाम के लिए कोरोना टीकाकरण अभियान भी चल रहा है। देश में 11 अप्रैल से ‘टीका उत्सव’ भी शुरू हो चुका है। इस अभियान का मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाना है। 11 से 14 अप्रैल के बीच चल रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान को ‘टीका उत्सव नाम दिया गया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 10 करोड़ 45 लाख करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसमें टीका उत्सव के पहले दिन 30 लाख के करीब लोगों को टीका लगाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का औसत प्रति दिन 40 लाख का आंकड़ा पार कर रहा है और यह वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है।
देश में 16 जनवरी से शुरू किए गए टीकाकरण कार्यक्रम की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को भारत ने 85 दिनों में वैक्सीन की 10 करोड़ डोज दी हैं और इसी के साथ भारत दुनिया का सबसे तेज टीकाकरण अभियान चलाने वाला देश बन गया है। मंत्रालय के मुताबिक, अमेरिका में वैक्सीन की 10 करोड़ डोज देने में 89 दिन लगे, जबकि चीन को इस काम में 102 दिन लग गए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ट्वीट कर कहा, “भारत ने केवल 85 दिनों में कोरोना वैक्सीन की 10 करोड़ डोज दीं गई है। सभी लोगों से अनुरोध है कि वे टीकाकरण सुविधा का लाभ उठाकर अपनी, अपने परिवार और दोस्तों की सुरक्षा करें’।
जनवरी में शुरू किए टीकाकरण के तहत सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को दी गई। इसके बाद फरवरी से फ्रंटलाइन कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन की डोज देना शुरू की गई। इसके बाद एक मार्च से शुरू हुए अगले चरण में 60 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों और 45 साल और उससे ज्यादा उम्र के ऐसे लोगों का टीकाकरण किया गया। वर्तमान में अब एक अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है।