सभी पैसेंजर कारों में आज से फ्रंट एयरबैग जरूरी, जानिए क्यों

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नई दिल्ली। भारत में लोगों की सुरक्षा पर सरकार लगातार ध्यान दे रही है, जिसके चलते कई नए नियमों को भी लागू किया गया है। इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए केंद्र सरकार 1 अप्रैल यानी आज से सभी पैसेंजर कारों में सेफ्टी मानकों में बदलाव करने जा रही है। जिसमें भारत में सेल होने वाली सभी पैसेंजर गाड़ियों में ड्राइवर के साथ वाली सीट पर भी एयरबैग (Air Bag) अनिवार्य कर दिया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने मार्च 2021 के पहले सप्ताह में एयरबैग के अनिवार्य प्रावधान के लिए अधिसूचना जारी की थी।

क्या होते हैं एयरबैग: एयरबैग एक रेट्रोफ़िटेड रहने वाली प्रणाली है, जो एक बैग का उपयोग करके बनाया गया है। यह कार के टकराने के दौरान तेजी से फुलता है और फिर जल्दी से कम हो जाता है। एयरबैग का उद्देश्य दुर्घटना के मामले में ड्राइवर और यात्री को नरम तकिया प्रदान करना है। फिलहाल केंद्र सरकार ने सभी वाहनों के लिए दोहरे फ्रंट एयरबैग को अनिवार्य कर दिए हैं। नई नीति के अनुसार 1 अप्रैल 2021 के बाद बेची जाने वाली सभी कारें दोहरे फ्रंट बैग के साथ आएंगी। वहीं जो गाड़ियां पहले से ही मार्केट में मौजूद हैं, उनमें एयरबैग फिट होने के लिए 31 अगस्त तक का समय दिया जाएगा।

जानकारी के लिए बता दें, सरकार की यह अधिसूचना केवल वाहन निर्माताओं के लिए आई है न कि मालिकों के लिए। ये नियम केवल उन निर्माताओं पर लागू होंगे जिनके पास वर्तमान में केवल एक ही रेट्रोफिटेड एयरबैग है। इसके लिए आप पर किसी भी तरह के जुर्माने को भी कोई प्रवाधान नहीं है।

वर्तमान में, Maruti Suzuki Alto, S-Presso, Wagon-R, Hyundai Santro, Datsun redi-GO, और Mahindra Bolero जैसी कई अन्य कारों में एक ही एयरबैग है। केंद्र सरकार के एयरबैग के फैसले से एंट्री लेवल कारों की कीमत 10,000 से 15,000 रुपये तक बढ़ जाएगी। कीमत में इजाफा ज्यादातर, बेस और मिड-स्पेक वेरिएंट में देखा जाएगा। क्योंकि अधिकतर टॉप वैरिएंट में एयरबैग पहले से ही मौजूद होते हैं।