वाराणसी। सड़क हादसों के दौरान दोपहिया वाहन चलाने वाले ज्यादातर लोगों की मौत सिर्फ इसलिए होती है क्योंकि उन्होंने हेलमेट नहीं पहना होता है। विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में भारत को लेकर सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े काफी चिंताजनक हैं। भारत में पूरी दुनिया की एक फीसदी गाड़ियां हैं। लेकिन सड़कों पर वाहन दुर्घटनाओं के चलते दुनियाभर में होने वाली मौतों में 11 फीसदी मौत अकेले भारत में होती हैं।
भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। लेकिन दोपहिया वाहन चलाते समय जरा सी सावधानी आपकी जान बचाने में मददगार साबित हो सकती है। यहां जानिए एक खास हेलमेट के बारे में।
वाराणसी के तीन छात्रों ने आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर एक अनोखा हेलमेट तैयार किया है। ये हेलमेट आपकी सुरक्षा करने के साथ ही आपकी जेब का ख्याल भी रखेगा। इंजीनियरिंग के तीन छात्रों ने दो हफ्तों में इसे तैयार किया है।
इस तरह करता है काम
ट्रैफिक हेलमेट बनाने वाले इंजीनियरिंग के छात्रों ने बताया कि यह डिवाइस रेडियो फ्रीक्वेंसी ट्रांसमीटर पर काम करता है। इस डिवाइस में दो ट्रांसमीटर और एक रिसीवर लगा हुआ है। रिसीवर को बाइक में लगाया गया है, जबकि एक ट्रांसमीटर हेलमेट और दूसरा ट्रैफिक सिग्नल में लगा है। जैसे ही इस हेलमेट को लगाकर गाड़ी पर बैठा व्यक्ति ट्रैफिक सिग्नल के करीब आता है, मशीन में लगा ट्रांसमीटर ऑन हो जाता है।
- खूबियां
- यह हेलमेट ट्रैफिक सिस्टम पर काम करता है। ट्रैफिक सिग्नल पर रेड लाइट को देखते ही अपने आप ये हेलमेट गाड़ी के इंजन को बंद कर देता है। जैसे ही सिग्नल ग्रीन होता है, वापस इंजन ऑन हो जाता है।
- सड़क पर दुर्घटना होने पर ये हेलमेट पुलिस के साथ ही परिवार वालों को मैसेज के जरिये आपकी लोकेशन शेयर करने के साथ ही फोन कॉल से इन्फॉर्म भी करेगा।
- इस हेलमेट को पहने बिना आपकी बाइक स्टार्ट भी नहीं होगी।