नई दिल्ली। कोविन एप भारत में कोरोना टीकाकरण के लिए एक मैनेजमेंट सिस्टम है जो कि क्लाउड आधारित है। इस एप में टीकाकरण केंद्र से लेकर टीका लेने वाले लोगों की पूरी सूची रहेगी। यदि आप भी कोरोना का टीका लेना चाहते हैं तो आपको CO-WIN एप से ही अप्लाई करना होगा। कोविन एप से कोरोना टीकाकरण प्रक्रिया की पूरी ट्रैकिंग होगी। इसमें भारत में लगाई जाने वाली टीका का पूरा लेखा-जोखा रहेगा।
साथ ही किसे कब, कहां और कौन सा टीका दिया गया। इसकी भी पूरी जानकारी होगी। सीधे शब्दों में कहें तो कोविन एप में भारत में कोरोना टीकाकरण का पूरा डाटा बेस रहेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल आप ना तो CO-WIN एप डाउनलोड कर सकते हैं और ना ही इसकी वेबसाइट पर जाकर टीका के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, हालांकि भविष्य में आपको ये सुविधाएं मिलेंगी।
जियो फोन यूजर्स भी डाउनलोड कर सकेंगे CO-WIN
रिपोर्ट्स के मुताबिक CO-WIN एप को एंड्रॉयड, आईओएस और KaiOS सभी के लिए लॉन्च किया जाएगा। ऐसे में नोकिया के 4जी फोन यूजर्स और जियो फोन यूजर्स भी अपने फोन में कोविन एप डाउनलोड कर सकेंगे। बता दें कि फिलहाल 4जी फीचर फोन में KaiOS ही दिया गया है। कोविन एप में आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड आदि के जरिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा।
Co-WIN एप के हैं पांच मॉड्यूल
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक Co-WIN एप में पांच मॉड्यूल हैं जिनमें प्रशासनिक मॉड्यूल, दूसरा रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल, तीसरा वैक्सीनेशन मॉड्यूल, चौथा लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल और पांचवां रिपोर्ट मॉड्यूल शामिल हैं। इनमें से पहला मॉड्यूल प्रशासनिक मॉड्यूल है जिसमें वैक्सीन के लिए सेशन का निर्धारण होगा और टीका लगवाने वाले लोगों और प्रबंधकों को नोटिफिकेशन भेजा जाएगा।
रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल में आप खुद वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। इस मॉड्यूल के लिए कोई संस्था थोक में उन लोगों का रजिस्ट्रेशन कर सकती है, जिन्हें वैक्सीन की जरूरत है। लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल में क्यूआर कोड आधारित एक टीकाकरण सर्टिफिकेट मिलेगा।
कोरोना टीकाकरण की प्रक्रिया
- Co-WIN एप/वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन
- स्थान और तारीख के साथ मैसेज मिलेगा
- टीका केंद्र पर जाकर मैसेज दिखाना होगा
- पहचान पत्र की जांच होगी
- OTP के जरिए कोविन एप पर वेरिफिकेशन
- टीका लगेगा और डाटा अपलोड होगा
- सेकेंड डोज के लिए मैसेज मिलेगा
- साइड इफेक्ट की जांच के लिए 30 मिनट तक केंद्र पर ही रहना होगा