220 करोड़ की क्लीन एनर्जी नेटवर्क का शुभारंभ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया।
कोटा। गेल की जगह अब कोटा में राजस्थान स्टेट गैस लिमिटेड घरों में पीएनजी गैस की सप्लाई करेगी। अप्रैल तक तीन हजार लोगों को कनेक्शन देने की योजना है। 220 करोड़ की क्लीन एनर्जी नेटवर्क का शुभारंभ शुक्रवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया। यह प्रोजेक्टर गेल से एक अगस्त को ही आरएसजीएल को मिला है।
गेल पिछले 7 साल से इस योजना पर काम कर रहा है, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। अब इसे नए सिरे से शुरू किया जा रहा है। कंपनी के एमडी रवि अग्रवाल के अनुसार राजस्थान में कोटा पहला शहर होगा, जहां घरों में पीएनजी गैस की सप्लाई होगी। इसके साथ ही कोटा को जयपुर, दिल्ली मुंबई से जोड़ा जा रहा है।
इसके लिए रास्ते में सीएनजी पंप स्थापित किए जा रहे हैं। अभी जयपुर के पास नीमराना कूकस में इसके डिपो तैयार कर दिए गए हैं। कोटा से देवास होते हुए मुंबई तथा कोटा से जयपुर होते हुए दिल्ली के कॉरीडोर तैयार हो रहे हैं।
इससे कोटा से जाने वाले वाहनों को बीच में सीएनजी मिलेगी। जो डीजल पेट्रोल से सस्ती होगी। राजस्थान में सीएनजी पंपों का पूरा जाल बिछाया जाएगा।
गेल की जगह आरएसजीएल करेगी सप्लाई
अग्रवाल ने कहा कि गेल ने कोटा में 7 साल में केवल 182 कनेक्शन दिए हुए हैं, जो भी काम नहीं कर रहे, अब आरएसजीएल अप्रैल तक 3 हजार कनेक्शन जारी करेगा।
इसके लिए पहले साल में 22 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अगले साल 9 हजार तथा चार साल में 22 हजार कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली मुंबई की तरह ही कोटा में भी हमेशा लाइन में गैस रहेगी। इसके लिए सिलेंडर बुक करवाने मंगवाने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
बर्नर खोलते ही गैस चालू हो जाएगी। मीटर में जितनी गैस का उपयोग होगा, उसके अनुसार ही बिल आएगा। उन्होंने कहा कि यह गैस एलपीजी से सस्ती रहती है।
राज्य सरकार करेगी नियंत्रण : राज्य सरकार की ओर से आरएसजीएल का गठन किया गया है, इसमें प्रमुख शासन सचिव अपर्णा अरोड़ा को चेयरमैन बनाया गया है। वे पूरे प्रोजेक्टर की मॉनिटरिंग करेंगी। इसका उद्घाटन हो गया है, अब काम शुरू होगा। इसका ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है।