नई दिल्ली। महाराष्ट्र में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने कोल्हापुर में 35 साल के एक इनकम टैक्स इंस्पेक्टर (income tax inspector) को 10 लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एसीबी के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी अधिकारी प्रताप चव्हाण एक डॉक्टर की इनकम टैक्स फाइल्स (Income tax files) को एसेस (assess) कर रहा था।
चव्हाण ने पाया कि कोल्हापुर में प्रैक्टिस कर रहे होम्योपैथिक डॉक्टर ने पिछले 5 साल से इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भरा था और प्रॉपर्टी जोड़ रखी थी। चव्हाण ने डॉक्टर को बुलाया और उससे कहा कि उसे इनकम टैक्स चोरी के लिए जुर्माने के रूप में 50 लाख रुपये देने होंगे। अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उसके आवास और क्लीनिक पर छापा मारा जाएगा और उसकी प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया जाएगा।
20 लाख रुपये घूस मांगी
डॉक्टर ने कहा कि वह इतना जुर्माना नहीं दे सकता है। इस पर चव्हाण ने कहा कि मामले को निपटाने के लिए उसे 20 लाख रुपये घूस देनी होगी। मोलभाव के बाद मामला 14 लाख रुपये में पटा। डॉक्टर ने फिर एसीबी से संपर्क किया और चव्हाण के खिलाफ शिकायत की। एसीबी की प्राथमिक जांच में यह साबित हुआ कि चव्हाण ने डॉक्टर से घूस मांगी थी।
शुक्रवार को डॉक्टर ने चव्हाण को कोल्हापुर में विल्सन ब्रिज पर बुलाया और घूस की पहली किस्त के रूप में 10 लाख रुपये देने की बात कही। यह जगह लक्ष्मीपुरी पुलिस स्टेशन के करीब है। जैसे ही चव्हाण ने 10 लाख रुपये का पैकेट लिया, मौके पर मौजूद एसीबी के अधिकारी ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत शाहपुरी पुलिस स्टेशन में एक केस दर्ज किया गया है।