कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर उज्जवल राठौड़ से भेटंकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने ज्ञापन माध्यम से कोटा में पिछले 9 माह से बंद कोचिंग को हर हाल में चालू करने का आग्रह किया है।
उन्होंने बताया कि कोचिंग के लॉकडाउन के चलते कोटा की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। .सभी व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित है। लाखों लोगों का रोजगार छिन गया है। व्यापारी पूरी तरह से हताश हैं। पूरे देश में कोई भी व्यवसाय में इतना बड़ा लॉकडाउन कभी नहीं हुआ है। उन्होने मुख्यमन्त्री से आग्रह किया कि जनहित को देखते हुए कोटा में 1 जनवरी से कोचिंग शुरू करने की घोषणा करें।
जैन व माहेश्वरी ने बताया कि पिछले 25 दिनों से कोटा मे रात्रि कर्फ्यू लगा हुआ है जिसका कोई औचित्य नहीं है। व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है। सांय 7 बजे के कर्फ्यू से खासकर खाने पीने की चीजें, रेस्टोरेंट, खोमचे वाले, छोटे छोटे व्यापारी तो पूरी तरह से तबाह हो गए। उनका व्यवसाय पूरी तरह से चौपट है, जबकि सांय 7:00 बजे बाजार बंद होने से सांय 5 बजे से 7:00 के बीच में बाजारो मे भारी भीड़ हो जाने से सोशल डिस्टेंसिंग नहीं हो रहा है।
रात्रिकालीन कर्फ्यू हटाया जाये
जैन में माहेश्वरी ने कहा कि पड़ोसी राज्यों में जहां भी कर्फ्यू लगा है, वहां रात्रि 10:00 से प्रातः 5:00 बजे तक लगाया हुआ है। जबकि राजस्थान के 13 जिलों में रात्रि 8:00 बजे से कर्फ्यू लगा है, जो न्यायोचित नहीं है। अतः इसे हटाया जाना अति आवश्यक है । मेन तलमंडी व्यापार संघ आजाद मार्केट के अध्यक्ष मुकेश भटनागर, कोटा टाइल्स डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राम मंत्री,शॉपिंग सेंटर व्यापार संघ के अध्यक्ष हरीश टेकवानी एवं कोटा व्यापार महासंघ के कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन ने कहा कि हाड़ौती की पूरी सप्लाई का प्रमुख केंद्र कोटा है। सांय7:00 बजे बाद ही हाड़ौती क्षेत्र के कस्बो में हमारे द्वारा सप्लाई भेजी जाती है। रात्रि कर्फ्यू की वजह सप्लाई बुरी तरह प्रभावित चल रही है। अब रात्रि रात्रिकालीन कर्फ्यू ने पूरी तरह से व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। अतः इसे तुरंत हटाया जाए।
कोटा व्यापार महासंघ के प्रयासों की सराहना
जिला कलेक्टर उज्जवल राठौर ने कहा कि कोटा व्यापार महासंघ एवं अन्य संस्थाओं द्वारा जन जागृति अभियान चलाए जाने के फलस्वरुप लोगों में मास्क के प्रति एवं गाइड लाइन की पालना के लिए जागरूकता आई है, जो एक अच्छा संकेत है। उन्होंने महासंघ से निरंतर इसे जारी रखने की बात कहते हुए कोरोना काल में कोटा व्यापार महासघं द्वारा किए गए जन सेवा के कार्यों की सराहना की । जिला कलेक्टर ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि जिला प्रशासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की मंशा है कोटा कोचिंग शीघ्र शुरू हो। कोरोना के फैलाव से ही राज्य सरकार द्वारा इसे रोका गया है वरना कोचिंग नवंबर माह से शुरू हो जाती। हम आपकी बात को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे। उन्होंने आशा प्रकट की कि शीघ्र ही इस दिशा में कोई ठोस निर्णय होगा जिससे सभी वर्गों को राहत मिलेगी।