नई दिल्ली। देश की चीनी मिलों में चालू सीजन में गन्ने की पेराई तेज हो गई है। सीजन के शुरुआती डेढ़ महीने में चीनी का उत्पादन 14 लाख टन से ज्यादा हो गया है। यह पिछले सीजन की समान अवधि के मुकाबले तीन गुना ज्यादा है। चीनी उद्योग संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, चालू शुगर सीजन 2020-21 (अक्टूबर-सितंबर) में देशभर में 15 नवंबर तक 274 चीनी मिलों में चीनी का उत्पादन 14.10 लाख टन हुआ। पिछले साल इस अवधि के दौरान 127 चीनी मिलों ने 4.84 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था।
उत्तर प्रदेश में 76 मिलों ने पेराई शुरू की
उद्योग संगठन ने बताया कि उत्तर प्रदेश की 76 मिलों ने 15 नवंबर तक 3.85 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। पिछले साल इसी अवधि में प्रदेश की 78 मिलों में 2.93 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। वहीं, महाराष्ट्र की 117 मिलों ने 5.65 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। कर्नाटक की 49 मिलों ने 15 नवंबर तक 3.40 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि पिछले साल 34 मिलों में चीनी का उत्पादन 1.43 लाख टन हुआ था। गुजरात में 14 मिलें चालू हैं और चीनी का उत्पादन 80,000 टन हुआ है। पिछले साल इस अवधि के दौरान गुजरात सिर्फ चार मिलें चालू थीं, जिनमें चीनी का उत्पादन सिर्फ 2000 टन हुआ था।
खपत से ज्यादा चीनी के उत्पादन का अनुमान
ISMA के अनुसार, उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में करीब 18 चीनी मिलें चालू हैं जिनमें चीनी का उत्पादन कुल मिलाकर 40,000 टन हो चुका है। उद्योग संगठन के मुताबिक, एक अक्टूबर को पिछले सीजन का बकाया स्टॉक 106.4 लाख टन था और चालू सीजन में 310 लाख टन उत्पादन का अनुमान है। इस प्रकार देश में इस साल भी खपत से ज्यादा चीनी है। इसलिए 60 से 70 लाख टन चीनी निर्यात करने की जरूरत है।