नई दिल्ली। त्योहारी सीजन में प्याज की कीमतें रिटेल में 100 रुपए के पार पहुंच चुकी हैं। आलू की कीमतें 50 रुपए प्रति किलो हो गई है। लहसुन 170 रुपए प्रति किलो हो गया है। हरी सब्जियां रिटेल बाजार में 60 से लेकर 200 रुपए प्रति किलो हो गई हैं। हरी मटर इस समय मुंबई के रिटेल बाजार में 200 रुपए किलो पर बिक रही है। ऐसे में आने वाला दिवाली का त्यौहार आपकी रसोई का बजट बिगाड़ सकता है।
देश के विभिन्न बाजारों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल त्योहारी सीजन में आप खुलकर खर्च नहीं कर पाएंगे। फूड प्रोडक्ट महंगे हैं तो दूसरी ओर अन्य उत्पाद भी महंगे हैं। एक ही दिन में प्याज की कीमतों में जबर्दस्त उछाल आया है। पहले 60 रुपए किलो मिलने वाली प्याज की कीमत मंगलवार को 80 से लेकर 100 रुपए किलो तक पहुंच गई है।
मुंबई में रिटेल में प्याज 100 रुपए किलो के भाव से मिल रहा है, वहीं दिल्ली में एक किलो प्याज की कीमत 70 से 80 रुपए हो गई है। कोलकाता में भी लगभग यही रेट है। चेन्नई में प्याज का खुदरा भाव 70 से लेकर 90 रुपए प्रति किलो पहुंच गया। मंगलवार को दूसरे मेट्रो शहरों के मुकाबले चेन्नई और मुंबई में प्याज सबसे महंगा बिका।
पिछले साल के मुकाबले इस साल महंगा है प्याज
आजादपुर मंडी के चेयरमैन आदिल अहमद बताते हैं कि इस सीजन में पहली बार नवरात्र के समय प्याज के भाव बढ़ गए हैं। दिल्ली में प्याज 50 से 60 रुपए प्रति किलो बिका, जो कि पिछले साल 46 रुपए था। कोलकाता में 60 से 70 रुपए प्रति किलो रहा, जो कि पिछले साल 55 रुपए पर था।
और मुंबई में कल प्याज 100 रुपए प्रति किलो पर बिका जो कि पिछले साल 60 रुपए प्रति किलो के आसपास था। वे बताते हैं दिवाली तक प्याज और आलू के दाम ऊंचे रहेंगे। मंत्रालय के आंकड़े के मुताबिक, दक्षिण और पश्चिमी क्षेत्रों में प्याज की खुदरा कीमतों में काफी उछाल है।
क्या है मुख्य वजह?
आजादपुर मंडी के चेयरमैन आदिल अहमद ने बताया कि इस साल लॉकडाउन और बेमौसम बारिश के चलते प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। प्याज की कीमतों में तेजी के पीछे फसल का खराब होना है। वहीं, प्याज उत्पादक राज्यों से कम सप्लाई होने के चलते कीमतों में तेजी है।
दरअसल, कर्नाटक, आंध्र, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से इस समय खरीफ के प्याज की उपज बाजार में आती है। लेकिन, इन सभी राज्यों में भारी बारिश के चलते 50% फसल खराब हो गई। बारिश ने महाराष्ट्र व नासिक में प्याज के पुराने स्टाक की क्वालिटी पर भी असर डाला है।
एक और व्यापारी राजीव कुमार बताते हैं कि इस सीजन में जहां प्याज की नई पैदावार होती थी, वहीं नासिक में इस साल अभी रोपाई ही शुरू हुई है। बारिश के चलते लेट से रोपाई हुई है। इससे देशभर में सप्लाई पर असर पड़ा है।