कोटा थोक फल-सब्जी मंडी सुबह के समय संचालित की जाए, ट्रेडर्स की कलेक्टर से मांग

0
1140

कोटा। होलसेल फल सब्जी मंडी एरोड्रम चौराहा कोटा के व्यापारियों ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर उनकी समस्याओं के निराकरण की मांग की।व्यापारियों का कहना है कि मंडी का समय रात्रि 11 से सुबह 6 बजे तक का है, जिससे व्यापारियों के साथ आने वाले लोगों को भी समस्या आ रही है।

व्यापारियों ने मांग की है कि मंडी का समय सुबह 4 बजे से दोपहर 12 बजे तक किया जाए। ताकि व्यापारियों का व्यवसाय ठीक से हो सके। वही आने वाले छोटे व्यापारियों को भी परेशानी नहीं हो। रात के समय व्यापारियों के आने से पूरी रात खराब होती है। व्यवसाय करने में शारीरिक व मानसिक रूप से भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक रूप से भी व्यापारी को परेशानियां झेलनी पड़ रही है।

थोक फल सब्जी मंडी के व्यापारियों का कहना है कि रात के समय पैसा ले जाने में भी परेशानी आ रही है और लूटपाट का खतरा बना रहता है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सब्जी मंडी को दो स्थानों पर चलाया जा रहा है, जिससे व्यापारियों को लेनदेन की भी चिंता हो रही है।

व्यापारियों की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती ही जा रही है। मंडियों के दो स्थानों पर होने से व्यापारी उधारी कर दूसरी मंडी के व्यापारियों से लेनदेन करने लगते हैं। जिससे हम व्यापारियों का पैसा भी फस जाता है। ऐसे में मंडी को एक ही जगह संचालित किया जाना चाहिए।

फल सब्जी मंडी के व्यापारियों का कहना है कि पूरा शहर अनलॉक हो गया है, केवल मंडी ही ऐसी है जिसे लॉक किया हुआ है और कोई रियायत नहीं दी गई है। व्यापारियों ने मांग करते हुए कहा कि मंडी को अनलॉक करते हुए व्यापारियों को राहत प्रदान की जानी चाहिए। व्यापारियों को अपने परिवार चलाने में काफी समस्याएं आने लगी है। साथ ही व्यापार भी चौपट हो गया है।

उन्होंने कहा कि ऐसा ही चलता रहा तो जहां एक और सब्जियों के भाव बढ़ेंगे वहीं व्यापारियों के साथ आमजन को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। पिछले 4 दिनों से गेट नंबर एक पूर्ण रुप से बंद किया हुआ है, सिर्फ गेट नंबर दो व तीन ही खुले हुए हैं जिससे मंडी में आने जाने वाले लोगों को व्यापारियों को काफी परेशानी हो रही है। अतः शीघ्र ही गेट नंबर 1 को खुलवाया जाए । व्यापारियों ने कहा कि कोटा फल सब्जी मंडी को लॉकडाउन से पूर्व जिस तरह सुचारू रूप से चलाया जा रहा था उसी तरह चलाए जाने के दिशा निर्देश जारी किए जाएं।