नई दिल्ली। एमबीए या पीजी डिप्लोमा कोर्सेस में एडमिशन चाहने वालों के लिए अच्छी खबर है। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) ने इस संबंध में बड़ा फैसला लिया है। अब एआईसीटीई से संबद्ध कॉलेजों में विभिन्न एमबीए व पीजीडीएम कोर्सेस में बिना प्रवेश परीक्षा लिए एडमिशन देने की मंजूरी मिल गई है।
काउंसिल ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर यह फैसला लिया है। एआईसीटीई का कहना है कि कोरोना महामारी के बीच कई जगहों पर प्रवेश परीक्षाएं कराना संभव नहीं हो रहा है। इसलिए यह छूट दी जा रही है।
काउंसिल के सदस्य सचिव राजीव कुमार ने कहा कि ‘कैट (CAT), जैट (XAT), मैट (MAT), सीमैट (CMAT), जीमैट (GMAT), आईमा मैट (AIMA MAT) जैसे कई राष्ट्रीय स्तर व राज्य स्तर के कॉमन एंट्रेंस एग्जाम्स एमबीए व पीजीडीएम कोर्सेस के लिए लिए जाते हैं। लेकिन कोरोना के बीच कई राज्यों में इनमें से कई परीक्षाएं नहीं हो पा रही हैं।
ये परीक्षाएं कब होंगी, होंगी या नहीं, इसपर भी कुछ साफ नहीं हो पा रहा है। इसलिए स्टूडेंट्स और संस्थान दोनों के हितों का ध्यान रखते हुए यह फैसला लिया जा रहा है।’ हालांकि काउंसिल ने यह भी साफ किया है कि यह छूट सिर्फ इसी शैक्षणिक सत्र के लिए लागू होगी। यानी सत्र 2020-21 में ही इन कोर्सेस में बिना किसी प्रवेश परीक्षा के स्टूडेंट्स एडमिशन पा सकेंगे।
फिर कैसे होंगे एडमिशन
राजीव कुमार ने बताया कि ‘संस्थान ग्रेजुएशन या समकक्ष क्वालिफाईंग एग्जाम में मिले अंकों के आधार पर पारदर्शी तरीके से मेरिट लिस्ट तैयार कर एडमिशन ले सकते हैं। हालांकि जो स्टूडेंट्स इन कोर्सेस के लिए हुई किसी भी प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए होंगे और स्कोर किया होगा, उन्हें एडमिशन में प्राथमिकता दी जाएगी। उनके मामले में बैचलर डिग्री लेवल पर सिर्फ न्यूनतम अंक होना अनिवार्य होगा।’
काउंसिल ने संस्थानों को निर्देश जारी किया है कि अगर उनके यहां किसी कोर्स में खाली सीटें रह जाएं, तो उन पर स्टूडेंट्स को उनके यूजी मार्क्स के आधार पर एडमिशन के लिए सेलेक्ट किया जाए।