कोटा। केंद्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के नतीजे आज घोषित कर दिए, जिनमें इंदौर लगातार चौथे साल भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। वहीं गुजरात का सूरत दूसरे और महाराष्ट्र का नवी मुंबई तीसरे नंबर पर है। बहरहाल, देश में साफ शहर ही नहीं गंदे शहर भी हैं। देश के दस सबसे गंदे शहरों में राजस्थान का कोचिंग एवं स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त कोटा चौथे नंबर पर है।
बिहार की राजधानी पटना स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के नतीजों में सबसे निचले पायदान पर है। छोटे शहरों की श्रेणी में बिहार का गया सबसे गंदा शहर है। यहां हम आपको बताएंगे ऐसे ही 10 छोटे-बड़े गंदे शहरों के बारे में।
बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 दो श्रेणियों 10 लाख से ज्यादा जनसंख्या वाले शहर और 10 लाख से कम आबादी वाले शहर के आधार पर हुआ था। अगर आप अपने शहर के बारे में जानना चाहते हैं तो यहां नीचे दी गई सूची में देखिए कि वो किस नंबर पर आता है…
10 लाख से ज्यादा की जनसंख्या वाले सबसे गंदे शहर
- पटना (बिहार)
- पूर्वी दिल्ली
- चेन्नई (तमिलनाडु)
- कोटा (राजस्थान)
- उत्तरी दिल्ली
- मदुरई(तमिलनाडु)
- मेरठ (उत्तर प्रदेश)
- कोयंबटूर(तमिलनाडु)
- अमृतसर(पंजाब)
- फरीदाबाद (हरियाणा)
10 लाख कम की जनसंख्या वाले छोटे शहर
- गया (बिहार)
- बक्सर (बिहार)
- अबोहर(पंजाब)
- भागलपुर (बिहार)
- परसा बाजार (बिहार)
- शिलांग (मेघालय)
- ईटानागर (अरुणाचल प्रदेश
- दीमापुर(नगालेंड)
- बिहारशरीफ (बिहार)
- सहरसा (बिहार)
आपको बता दें केंद्र सरकार हर साल यह सर्वेक्षण कराती है। इस साल देश के 4,242 शहरों में किया गया जिसमें 1.9 करोड़ लोगों ने अपनी राय दी। सोर्स: swachhsurvekshan2020.org यहां आप भी देख सकते हैं।