नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते इस साल स्कूल एवं कॉलेजों का शैक्षणिक सत्र पूरी तरह प्रभावित हुआ है। इस साल के सबसे बड़े सवालों में से एक यह है कि आखिर स्कूल कब तक खुलने की स्थिति में होंगे। बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार चिंतित है। अब सरकार सभी राज्यों से उनकी स्थिति पता करने में जुटी है।
स्कूलों को खोलने की संभावनाओं को टटोलने में जुटी केंद्र सरकार के सामने जो रुझान सामने आए हैंं, उनमें ज्यादातर राज्य फिलहाल अभी स्कूलों को खोलने को लेकर अनिर्णय की स्थिति में हैं। इनका कहना है कि उन्होंने अभी इसे लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है। राज्यों से मांगी गई राय में हरियाणा, बिहार, दिल्ली और चंडीगढ़ ने अगस्त में ही इन्हें खोलने की इच्छा जताई है। इनमें हरियाणा और बिहार ने 15 अगस्त की तारीख तय की है।
हालांकि कोरोना संक्रमण की जो रफ्तार है, उसे देखते हुए अभी कुछ कहना जल्दबाजी है। हालांकि आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल जैसे कुछ एक राज्यों ने सितंबर में स्कूलों को खोलने की उम्मीद जताई है। वैसे भी अनलॉक-2 की समय-सीमा 31 जुलाई को खत्म हो रही है। ऐसे में अनलॉक-3 आने से पहले राज्यों की यह राय काफी अहम होगी।
गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के आधार पर फैसला लेंगे
अनलॉक-2 खत्म होने से पहले मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से स्कूलों के खोलने को लेकर राय मांगी थी। 15 जुलाई के आसपास मांगी गई इस राय में राज्यों से जो जानकारी निकलकर सामने आई है, उनमें ज्यादातर राज्यों ने साफ कहा है कि उन्होंने इसे लेकर अब तक कोई भी निर्णय नहीं लिया है। इनमें ज्यादातर राज्य ऐसे भी थे जिनका यह कहना है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के आधार पर ही वह फैसला लेंगे।
अभिभावकों से भी राय पूछी
मंत्रालय ने अभिभावकों से भी स्कूलों के खोलने को लेकर राय पूछी है। इसकी रिपोर्ट अभी राज्यों से आनी बाकी है। इसके बाद ही स्कूलों को खोलने को लेकर कोई भी अंतिम निर्णय हो सकेगा। हालांकि सूत्रों की मानें तो जिन राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य है, उन्हें कुछ सुरक्षा शर्तों के साथ स्कूलों को खोलने की छूट दी जा सकती है।