कोटा। कोटा में इस साल के अंत तक करीब 10 हजार घरों तक पाइपलाइन से गैस पहुंचेगी। अगले 5 साल में एक लाख घरों तक पाइपलाइन से गैस पहुंचाने का लक्ष्य है। इसके अलावा गेल कोटा में प्राकृतिक गैस आधारित नए उद्योगों की स्थापना की संभावना भी तलाशेगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के साथ आयोजित समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी।
राजस्थान स्टेट गैस लिमिटेड की ओर से कोटा में किए जा रहे कार्यों को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ने शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा गेल के अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की। गेल के अधिकारियों ने प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि पीएनजी और सीएनजी डीजल और कोयले जैसे अन्य विकल्पों से न सिर्फ सस्ती है, बल्कि पर्यावरण को भी स्वच्छ रखती है।
कोटा में सात सीएनजी स्टेशन खोले
गेल के अधिकारियों ने बताया कि कोटा में घर-घर तक पाइपलाइन के जरिए गैस पहुंचाने के लिए आधारभूत ढांचा तैयार करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। पाइपलाइन के जरिए गैस के लिए बड़ी संख्या में पंजीकरण करवाए हैं। कोटा में इस वर्ष लक्ष्य से बढ़कर 7 सीएनजी स्टेशन प्रारंभ कर दिए गए हैं। वर्ष के अंत तक चार और स्टेशन कार्य करना प्रारंभ कर देंगे।
गैस की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें
लोकसभा अध्यक्ष ने गेल के चेयरमैन मनोज जैन से कहा कि कोटा में जिन उद्योगों में प्राकृतिक गैस का उपयोग हो रहा हैं, वहां गैस की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें। साथ ही कोटा में गैस आधारित उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाए। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने गेल मार्केटिंग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो कोटा में उद्योगों का व्यापक सर्वे कर उन्हें प्राकृतिक गैस आधारित तकनीक पर शिफ्ट होने के लिए प्रोत्साहित करें।