आगरा। आगरा के एत्मादपुर हाइवे पर स्थित एक मात्र होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज ऐंड रिसर्च सेंटर के प्रिंसिपल डॉ. प्रदीप गुप्ता बताते हैं कि होम्योपैथिक में कोरोना को हराने वाली दवा पहले से मौजूद है। अब तक करीब 60 से 80 हज़ार लोगों को यह दवा खिलाई गयी, जिसके परिणाम पॉजीटिव आए हैं। उन्होंने इस दवा के प्रचार प्रसार के लिए प्रधानमंत्री, आयुष मंत्रालय एवं विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी पत्राचार किया है।
प्रिंसिपल ने बताया कि कोरोना से लोगों को बचाने के लिए आगरा के विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से दवा वितरित की गई, जिसके परिणाम सुखद आए हैं। होम्योपैथी दवा कई अरसों से कारगर साबित हुई है। प्रारंभ में उन्हें जैसे ही ICMR से परमीशन मिली उन्होंने 200 लोगों पर इसका रिसर्च किया। इसके परिणाम चौंकाने वाले थे। जिन मरीजों ने इस दवा का सेवन किया उनका कोरोना के साथ-साथ अन्य बीमारियां भी खत्म हो गईं।
नि:शुल्क बांटी जा रही दवा
उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक दवा को मेडिकल कॉलेज द्वारा निःशुल्क वितरित किया जा रहा है। जहां सरकार कोरोना को लेकर भारी भरकम बजट खर्च कर चुकी है। उन्होंने बताया कि अभी तक एक भी केस ऐसा नहीं आया है जिसने दवा खाई हो और वह ठीक न हुआ हो या फिर दवा खाने के बाद किसी को दोबारा कोरोना की शिकायत हुई हो। इसके प्रचार प्रसार के लिए स्वास्थ्य और आयुष मंत्रालय से भी पत्राचार किया गया है। सरकार से मांग की गई है कि वह उनकी दवा का टेस्ट लें और फिर उसके बाद कुछ सोच विचार करें।