कोटा। प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद नगर विकास न्यास (UIT) में कंसलटेंट फर्म का शुक्रवार को टेंडर निरस्त कर दिया। नगर विकास न्यास ने प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि जारी करने के लिए मैसर्स रेड कारपेट सिंडीकेंट एंड इंजीनियर्स फर्म को काम दे रखा था।
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फर्म संचालक सत्यनारायण मीना लंबे से समय से भ्रष्टाचार कर रहे थे,जिसकी लगातार शिकायतें भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को मिल रही थी। इसके बाद गत गुरुवार को सत्यानायण मीना को ट्रेप करके गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद न्यास कार्यालय में हड़कंप मच गया। आरोपी सत्यानारायण खुद को कनिष्ठ अभियंता बताता।
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भ्रष्टाचार के मामले में पकड़े जाने पर अधीक्षण अभियंता राजेन्द्र राठौर ने आरोपी की फर्म का ब्लैक लिस्ट करते हुए टेंडर निरस्त कर दिया। इसके साथ ही उसकी बैंक गारंटी की राशि का जब्त कर लिया। फरियादी को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तीन किस्त में राशि मिलनी थी, लेकिन दूसरी किस्त मिलने से पहले ही आरोपी उससे 52 हजार रुपए वसूल चुका है।