राजस्थान/ कोरोना की मृत्यु दर 2.36 प्रतिशत, रिकवरी रेशो 60 फीसदी तक रहा

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जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने सोमवार को प्रदेश में कोरोना रिकवरी रेशो के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जांच क्षमता बढ़कर 16,250 हो गई है। इस माह के अंत तक राज्य 25 हजार जांचें प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर ली जाएगी। राज्य में अब तक 3.27 लाख से ज्यादा लोगों के सैंपल लेकर जांच की जा चुकी हैं।

रघु शर्मा ने बताया कि राज्य में रिकवरी रेशो लगभग 57 प्रतिशत है. जो 60 प्रतिशत तक रहा है। उन्होंने बताया कि सोमवार दोपहर 2 बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 7173 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए, इनमें से 3860 लोग पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुके हैं और 3424 लोग तो अस्पतालों से डिस्चार्ज भी किए जा चुके हैं। वर्तमान में कोरोना के 3150 एक्टिव केसेज हैं।

बाहर से आने वाले का पीसीआर टेस्ट जरूरी
रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश के बाहर से आने वाले हर व्यक्ति के लिए 14 दिनों के होम या इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन अनिवार्य किया हुआ है। जिससे बाहर से आने वाले व्यक्ति संक्रमण ना फैल सके। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति बिजनेस के सिलसिले में या छोटे-मोटे काम के लिए राज्य में आ रहे हैं, वे भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराकर आएं। टेस्ट के निगेटिव आने के बाद ही लोगों के बीच में जाएं।

35 हजार से ज्यादा लोग हैं संस्थागत क्वारैंटाइन में
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बाहर से आए करीब 7.25 लाख प्रवासी राजस्थानी और कामगारों को होम क्वारेैंटाइन में रखा जा रहा है। ग्राम स्तर पर बनी कमेटियों के सदस्य उन पर निगरानी रखते हैं। जिनके घरों में अलग रहने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है या फिर वे खांसी-जुकाम-बुखार से पीड़ित हैं। ऐसे करीब 35 हजार से ज्यादा लोग हैं। जिन्हे संस्थागत क्वारैंटाइन किया गया है।

प्रदेश में कोरोना की मृत्यु दर 2.36 फीसद
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जब प्रदेश में 2 मार्च को पहला पॉजिटिव केस आया था, तब हमें सैंपल जांचने के लिए पुणे लैब भेजना पड़ता था। वहीं आज प्रदेश भर में 16250 जांचें प्रतिदिन की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस माह के अंत तक यह संख्या भी 25000 के पार पहुंच जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि हर जिले में जांच की सुविधाएं विकसित की जाएं। विभाग द्वारा इस पर भी काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मृत्यु दर भी राष्ट्रीय दर के मुकाबले काफी कम है जो कि महज 2.36 प्रतिशत है।

सरकार ने किया हर पहलू पर काम
चिकित्सा मंत्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए हर पहलू पर बेहतरीन काम किया है। प्रदेश में जोधपुर व जयपुर में प्लाज्मा थैरेपी से गंभीर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कोविड के अलावा अन्य बीमारियों के लिए टेलीमेडिसन की सुविधाएं दी जा रही हैं। कर्फ्यू ग्रस्त या लॉकडाउन प्रभावित क्षेत्रों में आम बीमारियों से लोगों को राहत देन के लिए 550 मेडिकल मोबाइल ओपीडी वैन की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।