नई दिल्ली । आयकर विभाग ने 8 नवंबर के बाद से एक हजार से अधिक सर्च ऑपरेशन के जरिए 5,400 करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता लगाया है। यह जानकारी बीते शुक्रवार संसद में दी गई।
आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद देश में 9 नवंबर से ही 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य कर दिया गया था। वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर के जरिए बताया, “9 नवंबर 2016 से लेकर 10 जनवरी 2017 तक आयकर विभाग की ओर से करीब 1,100 सर्च ऑपरेशन और सर्वे किए गए।
इसके अलावा संदिग्ध लेन-देन के 5,100 मामलों में वेरिफिकेशन नोटिस भी जारी किए गए थे।”उन्होंने आगे बताया, “इस तरह की कार्यवाई में 610 करोड़ रुपए की बहुमूल्य चीजों की जब्ती की गई जिसमें से 513 करोड़ रुपए की नकदी भी शामिल है। वहीं नई करेंसी में जब्त की गई रकम करीब 110 करोड़ रुपए थी।
इस तरह की कार्यवाही में 5,400 करोड़ रुपए की अघोषित आय का भी पता लगा है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक 1,57,818 की संख्या में फेक इंडियन करेंसी नोट पाए गए जिनकी कुल कीमत 11,24,04,980 रुपए रही।
ये आंकडे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से प्रदान किए गए जो कि 9 नवंबर 2016 से 14 जुलाई 2017 के बीच के हैं।” बीते हफ्ते आयकर विभाग ने 5.56 लाख खाताधारकों को चिन्हित किया है जिनसे नोटबंदी के बाद बड़े स्तर पर जमा की गई उस नकदी के बारे में जानकारी मांगी जाएगी जो कि उनके टैक्स प्रोफाइल से मेल नहीं खाती है।