कोलकाता। केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री प्रकाश जावडेकर ने मेडिकल कोर्सों में दाखिले के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा NEET (नीट) को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
उन्होंने कहा है कि अगले साल से देश भर में नीट के पेपर एक जैसे होंगे। अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं के लिए नीट के क्वेस्चन सेट अलग-अलग नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि अन्य भाषाओं में नीट के क्वेस्चन पेपर्स सिर्फ इंग्लिश वाले पेपर का अनुवाद होगा।
गौरतलब है कि इस साल छात्रों ने शिकायत था कि इस साल नीट के क्वेस्चन पेपर्स अलग-अलग थे। कुछ छात्रों की शिकायत थी कि बंगाली में जो नीट का पेपर था, वह इंग्लिश और हिंदी वाले पेपरों के मुकाबले ज्यादा कठिन था।
इस साल अलग-अलग भाषाओं में क्वेस्चन पेपर में असमानता क्यों थी, इसका भी उन्होंने जवाब दिया। इस साल बड़ी संख्या में छात्रों की संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया था क्योंकि अनुवाद में काफी समय लगता और सुरक्षा से संबंधित समस्या भी पैदा हो सकती थी।