कोटा। कोटा चार्ज में पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 100 करोड़ अधिक आयकर वसूली का लक्ष्य आवंटित किया गया है। कोटा प्रभार में करीब 3.50 लाख करदाता हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में 460 करोड़ का आयकर वसूली का लक्ष्य था, जो पूरा हो गया था। इस बार यह लक्ष्य 560 करोड़ रुपए का है। प्रधान आयकर आयुक्त एस.एस. गौतम का कहना है कि लक्ष्य पूरा करने के लिए 15 मार्च के बाद विभाग सख्ती करने की तैयारी में है।
प्रधान आयकर आयुक्त गौतम ने बताया कि इससे पहले आयकर विभाग अपने करदाताओं और व्यवहारियों को आयकर के प्रावधानों की जानकारी देने के लिए जागरूकता का कार्यक्रम शुरू करेगा। साथ ही, विश्वास में लेकर काम करेगा। इसके लिए व्यापारिक संगठनों के साथ व्यापारियों के लिए सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।
गौतम ने गुरुवार को पत्रकारों से रूबरू होकर कहा कि आयकर देश की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख आधार स्तम्भ है। प्रत्येक करदाता सही तरीके से अपना कर जमा कराके देश की प्रगति में भागीदार बन सकता है। प्रत्येक वित्त वर्ष में चार किस्तों में अग्रिम कर के रूप में आयकर संग्रहित किया जाता है। इस वित्त वर्ष में अग्रिम कर के भुगतान की अंतिम तिथि 15 मार्च है।
आयुक्त ने बताया कि आयकर भुगतान के प्रति सभी आयकर देने योग्य नागरिकों में जागरूकता लाने के लिए विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कैम्प लगाने का निर्णय किया है। इस कड़ी में ग्रेन मर्चेंट एवं कमीशन एजेन्ट से जुड़े व्यवसायियों के लिए भामाशाहमंडी में सेमिनार रखी गई।
करदाताओं को करेंगे जागरूक
प्रधान आयकर आयुक्त ने बताया कि कोटा के अलावा बूंदी, बारां, झालावाड़, सवाई माधोपुर तथा करौली कार्यालय में भी जल्द आयकर जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयकर संबंधित किसी भी समस्या का समाधान तुरन्त करने के लिए प्रत्येक सप्ताह के बुधवार को दोपहर 3 से 5 बजे के बीच जो भी आयकरदाता आएगा, उसकी समस्या का समाधान किया जाएगा।
विवाद से विश्वास स्कीम का लाभ उठाएं
प्रधान आयकर आयुक्त ने करदाताओं का आह्वान किया कि व्यवहारी पुराने और लम्बित चल रहे विवादों का निस्तारण करने के लिए ‘विवाद से विश्वास’ की स्कीम का लाभ उठाएं। व्यवहारी अपील को वापस लेकर इसका फायदा ले सकते हैं। 31 मार्च तक लाभ देने पर विशेष राहत दी जाएगी।
आयकर सर्वे में 4.41 करोड़ की अघोषित आय उजागर
आयकर विभाग कोटा की टीम ने सवाईमाधोपुर के पांच कारोबारियों के यहां सर्वे की कार्रवाई गुरुवार को पूरी कर ली है। इसमें 4.41 करोड़ की अघोषित आय मिली है। कोटा प्रभार के प्रधान आयकर आयुक्त एस.एस. गौतम के निर्देश पर सर्वे की कार्रवाई शुरू की गई थी। सर्राफा, कपड़े आदि के कारोबारी थी। पांचों करदाताओं ने मौके पर ही 4.41 करोड़ की अघोषित आय करारोपण के लिए विभाग को समर्पित कर दी। इस पर तीन करोड़ 44 लाख 38 हजार रुपए का आयकर वसूल किया गया है।