कोटा/उज्जैन। राष्ट्रीय जल बिरादरी के आव्हान पर उज्जैन के झालरिया मठ में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय जल सम्मेलन में चम्बल संसद ने चम्बल के संपूर्ण प्रदूषण,अनियंत्रित दोहन व अतिक्रमणों के हालात को देखते हुए श्वेत पत्र जारी करने का निर्णय किया है।
चम्बल संसद के सदस्यों का क्षिप्रा नदी बचाओ अभियान में भागीदार बनने पर राष्ट्रीय जल बिरादरी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह एवं जल जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक डाॅ. संजय सिंह,रोटरी क्लब के अध्यक्ष ने सम्मान किया। इस कार्यक्रम में चम्बल शुद्धिकरण के लिए जन अभियान को गति देने पर भी विचार विमर्श किया गया।
बिरादरी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं चम्बल संसद के सचिव बृजेश विजयवर्गीय ने बताया कि शिप्रा के तट पर देश भर में नदियों के संरक्षण और जल संवर्द्धन पर काम करने वाले जल यो़द्धा एकत्र हुए थे, जिन्होंने देश की नदियों को बचाने की मुहिम में भाग लिया है।
इसमें नमामि गंगे योजना से जुड़े मेेजर हिमांशु एवं अनेक विद्वान एवं तकनीकी विशेषज्ञ मैग्सेसे पुरस्कार विजेता राजेंद्र सिंह के अलावा जल प्रबंध विशेषज्ञ तेलंगाना जल बोर्ड के अध्यक्ष प्रकाश राव,जल वैज्ञानिक आरएच सावकर आदि ने विशेष रूप से कर्नाटक,तमिलनाडू आंध्र प्रदेश में गोदावरी ,कावेरी नदियों के जल विवाद को हल करने के लिए समिति का गठन किया। कर्नाटक के पूर्व मंत्री बीआर पाटिल ने भी अभियान में भागीदारी की।
उज्जैन में क्षिप्रा नदी अभियान के लिए रोटरी क्लब सदस्यों ने जल बिरादरी के गठन की पहल की । मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री सज्जन सिंह ने भी जल सम्मेलन में भाग लिया और कहा कि क्षिप्रा के लिए कहीं से भी बजट का प्रबंध किया जाएगा। कौशिक गायत्री परिवार के संरक्षक यज्ञ दत्त हाड़ा ने इसके लिए चम्बल के उद्गम स्थल महू से चम्बल जागरूकता अभियान का संचालन करने का निर्णय लिया। विजयवर्गीय ने बताया कि गंगा को बचाने की मांग पर सत्याग्रह कर रहीं साध्वी पद्मावती को समर्थन देने के लिए जल बिरादरी 5-6 जनवरी को हरिद्वार में एकत्र होगी।
चम्बल संसद का सम्मान
जल बिरादरी की चम्बल संसद का प्रतिनिधित्व करने पर कोटा के सदस्यों का उज्जैन रोटरी क्लब ने भी सम्मान किया। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी उज्जैन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाॅ. रवि बैरवा ने क्षिप्रा नदी को बचाने के अभियान की सराहना की।