हैदराबाद। हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर के गैंगरेप और मर्डर के 10 दिन बाद चारों आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए। हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर वी.सी सज्जनार ने इन आरोपियों के ढेर होने की पुष्टि करते हुए कहा कि इन लोगों ने उस वक्त भागने की कोशिश की थी, जब इन्हें मौका-ए-वारदात पर पूरी घटना का रीकंस्ट्रक्शन के लिए ले गई थी।
कमिश्नर वीसी सज्जनार ने कहा कि यह घटना सुबह 3 बजे से 6 के बीच की है। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर में गैंगरेप और मर्डर के आरोपी मोहम्मद आरिफ, नवीन, शिवा और चेन्नाकेशवुलु मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं मौके पर पहुंच गया हूं और जल्द ही अन्य जानकारियां भी साझा की जाएंगी।
यह भी संयोग है कि ये सभी आरोपी पुलिस एनकाउंटर में ठीक उसी जगह मारे गए, जहां 10 दिन पहले महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी की गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक क्राइम सीन दोहराने के दौरान चारों आरोपियों ने भागने की कोशिश की। उनका पीछा करते हुए इन्हें मार गिराया गया। फिलहाल पुलिस ने इन सभी के शवों को मौके से हटा दिया है, ताकि किसी भी तरह का हंगामा न हो सके।
कानून मंत्री बोले, हथियार लेकर भाग रहे थे आरोपी
तेलंगाना के कानून मंत्री इंद्रकरण रेड्डी ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया से पहले ही भगवान ने उन्हें सजा दे दी। आरोपियों ने भागने की कोशिश की थी तो मार गिराया। इससे हैदराबाद समेत पूरे देश में खुशी है। उन्होंने यह दावा भी किया कि वह पुलिस के हथियार लेकर भागने की कोशिश कर रहे थे।
जानें, क्यों किया जाता है सीन का रीकंस्ट्रक्शन
पुलिस सभी चारों आरोपियों को लेकर सीन रीकंस्ट्रक्शन के लिए पहुंची थी। पुलिस की ओर से सीन रीकंस्ट्रक्शन की कार्रवाई इसलिए की जाती है ताकि घटना की पूरी कड़ियों को जोड़ा जा सके और मौका-ए-वारदात के हर ऐंगल को जांचा परखा जा सके। पुलिस की ओर से यह जांच अदालती कार्रवाई में भी महत्पवूर्ण होती है और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के लिहाज से भी इसे अहम माना जाता है।