–डॉ.सुधींद्र श्रृंगी
एमडी, आयुर्वेद
कोटा। फैट से लड़ने के मामले में सुपरफूड माना जाता है आंवला क्योंकि इसमें मौजूद विटमिन सी आपकी इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाता है। शरीर से टॉक्सिन्स निकालकर मेटाबॉलिज्म को मजबूत बनाता है ताकि फैट बर्निंग का प्रोसेस तेज हो सके। जिन्हें अगर आप अपनी डायट में शामिल कर लें तो आपका वेट लॉस आसान जरूर बन जाएगा।
विटमिन सी, ऐंटीऑक्सिडेंट्स, पॉलिफेनॉल्स से भरपूर आंवला शरीर में मौजूद हानिकारक टॉक्सिन्स को निकालने में मदद करता है। वेट लॉस और फैट बर्न करने के लिए या तो आपको कम कैलरी का सेवन करना चाहिए या फिर जितनी कैलरी का आप सेवन कर रहे हैं उससे ज्यादा कैलरीज को बर्न करना चाहिए। आवंला इस मामले में एक जादूई इन्ग्रीडिएएंट है जिसमें कैलरी बेहद कम होती और यह वेट लॉस में मदद करता है।
आंवला में हाइपोलिपिडैमिक प्रॉपर्टीज पायी जाती है जिससे फैटी लिवर और कलेस्ट्रॉल के लक्षणों से लड़ने में मदद मिलती है और साथ ही मोटापा भी कम होता है। इन सभी खूबियों की वजह से आंवला एक्स्ट्रा फैट को शरीर से दूर करने में असरदार साबित होता है।
आंवला फाइबर का भी बेहतरीन सोर्स है जिस वजह से यह शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने, पाचन को बेहतर बनाने, गट यानी आंत के बेहतर फंक्शन करने और कब्ज को दूर करने में भी मदद करता है। ये सारी चीजें जब सही तरीके से काम करेंगी तो आपका वजन तेजी से घटने लगेगा।
चूंकि कच्चा आंवला खाने में खट्टा होने के साथ-साथ टेस्ट में थोड़ा कसैला भी होता है इसलिए सभी लोग इसे पसंद से नहीं खाते। लिहाजा आंवले का जूस पीना फायदेमंद हो सकता है। वेट लॉस करना है तो हर दिन 2-3 चम्मच आंवले का जूस या आंवले के पाउडर को गर्म या गुनगुने पानी में मिलाकर हर दिन सुबह खाली पेट पिएं। ऐसा करने से आपका शरीर डिटॉक्स होगा।
आंवले में ऐंटिऑक्सिडेंट्स अच्छी मात्रा में होता है, जो कार्सिनोजेनिक कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं और कैंसर से बचाव करता है।- आंवले का कसैला स्वाद पाचन ठीक रखने वाले इन्जाइम्स को सक्रिय रखता है और ऐसिडिटी से बचाता है।
आंवला में मौजूद ऐंटीऑक्सिडेंट्स रेटिना को ऑक्सिडाइज होने से बचाता है। इसके नियमित सेवन से मोतियाबिंद व रतौंधी जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।- आंवला दिमाग की कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाता है और इसमें मौजूद नियोपाइनफ्राइन नामक तत्व मूड से जुड़ी क्रियाओं को नियंत्रित रखता है।