शराब व्यवसायी से 50 हजार की घूस लेते आबकारी इंस्पेक्टर और दलाल पकड़े

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झालावाड़। आबकारी विभाग झालावाड़ के इंस्पेक्टर व शराब व्यवसायी उसके दलाल को एक अन्य शराब व्यवसायी से मंथली के रूप में 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी कोटा ग्रामीण की टीम ने गिरफ्तार किया। आबकारी इंस्पेक्टर शराब व्यवसायियों से बिना रोक-टोक के शराब दुकान का संचालन करने और किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं करने की एवज में मंथली के रूप में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।

कोटा ग्रामीण एसीबी एएसपी प्रेरणा शेखावत ने बताया कि स्थानीय शराब व्यवसायी ने कोटा एसीबी को शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि उसकी शराब की पांच दुकानें हैं।अलवर तुसारी निवासी आबकारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह फौजदार प्रत्येक दुकान की 10-10 हजार रुपए यानी 50 हजार रुपए मंथली के रूप में रिश्वत मांगी जा रही है।

इस पर एसीबी टीम ने 4 नवंबर को आबकारी इंस्पेक्टर फौजदार द्वारा रिश्वत मांगने का सत्यापन कर लिया। सत्यापन में आबकारी इंस्पेक्टर ने परिवादी को रिश्वत की राशि दलाल शराब व्यवसायी रामसिंह चौधरी को देने की पुष्टि हो गई थी। दो दिन से एसीबी टीम आरोपियों को ट्रेप करने में लगी रही। गुरुवार को परिवादी शराब व्यवसायी ने दलाल को रिश्वत राशि देने के लिए फोन किया।

दलाल ने अपनी शराब की दुकान पर ही राशि लेकर बुला लिया। जैसे ही परिवादी ने दलाल को 50 हजार रुपए दिए, एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया। उधर, एसीबी की दूसरी टीम ने आबकारी थाने से आबकारी इंस्पेक्टर वीरेंद्रसिंह फौजदार को भी गिरफ्तार कर लिया। टीम में एसीबी स्पेशल यूनिट के सीआई रमेश आर्य, सब इंस्पेक्टर किशनसिंह नागर, शक्तिसिंह, नरेंद्रसिंह, दिग्वियज, पवन, रामजानकी व घनश्याम शामिल थे।

पहले भी ट्रैप हो चुका है आबकारी इंस्पेक्टर
एसीबी ने बताया कि 6 माह पूर्व आबकारी इंस्पेक्टर वीरेंद्रसिंह रामगंजमंडी में कार्यरत था। उस समय भी एसीबी को शिकायत मिलने पर कोटा-इटावा रोड पर ताथेड़ टोल नाके पर इसकी गाड़ी से 60 हजार रुपए बरामद किए थे। इस मामले में जांच एसीबी मुख्यालय पर चल रही है।

24 लाख रुपए महीने की मंथली
सूत्रों से जानकारी मिली है कि जिले में आबकारी इंस्पेक्टर के पद रिक्त चल रहे हैं। पूरे जिले में वीरेंद्रसिंह फौजदार एकमात्र इंस्पेक्टर है। उसके द्वारा हर दुकान से मंथली ली जाती है। हर दुकान से 10 हजार रुपए मंथली फिक्स थी। ऐसे में करीब 24 लाख रुपए मंथली लेना बताया जा रहा है।