जयपुर। बाजार में बिकने वाला दूध मिलावटी ही नहीं बल्कि जानलेवा भी है। जयपुर, अलवर, अजमेर, जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, धौलपुर, हनुमानगढ़, चित्तौड़गढ़ में लिए गए दूध के नमूनों की जांच में खतरनाक एल्फोटोक्सिन एम-1 व एंटीबायोटिक्स मिला है। यह खुलासा केंद्र सरकार के फूड सेफ्टी स्टेंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) दिल्ली की ओर से मिल्क सर्वे के दौरान हुआ है।
एफएसएसएआई ने पिछले साल मई से अक्टूबर तक 50 हजार से अधिक जनसंख्या वाले 1103 शहरों से 6432 नमूने लेकर राष्ट्रीय स्तर की लैब में जांच करवाई थी। देशभर में किए गए सर्वे में 41 फीसदी दूध के सैंपल फेल हो गए। राजस्थान समेत देश के विभिन्न राज्यों में अब तक वर्ष 2011, 2016 और 2018 में तीन बार सर्वे हो चुका है। फिर भी दूध में मिलावट नहीं रुक पा रही है?
प्रदेश में 5 अगस्त 2011 से फूड सेफ्टी एक्ट लागू होने के बाद भी चिकित्सा विभाग दूध में मिलावट रोकने में नाकाम है। हाईकोर्ट ने भी मिलावटी दूध की बिक्री पर स्वप्रेरित प्रसंज्ञान आदेश में राज्य सरकार को मिलावटी दूध की बिकी रोकने के आदेश दिए हैं।