कोटा। चम्बल परियोजना समिति की बैठक बुधवार को सभापति सुनील गालव की अध्यक्षता में सीएडी सभागार में आयोजित की गई। जिसमें चम्बल की नहरों में जलप्रवाह करने, भ्रष्टाचार के मामलों की जांच और कार्रवाई करने तथा रेवेन्यू का बकाया वसूल करने संबंधी बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
सभापति सुनील गालव ने बताया कि बैठक में चम्बल की नहरों में सुचारू जल प्रवाह करने और टेल तक पानी पहुंचाने के बारे में विचार किया गया। चम्बल की बायीं मुख्य नहर में 28 अक्टूबर से तथा दायीं मुख्य नहर में 30 अक्टूबर से जलप्रवाह किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रेवेन्यू के 19 करोड की पुरानी लेनदारियां हैं, जिनके लिए बकायादारों को नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी। इसमें करीबन 80 प्रतिशत पुराना बकाया है। बैठक में भ्रष्टाचार का मामला भी उठाया गया। जिसके लिए सरकार से जांच और कार्रवाई के लिए खिा जाएगा।
सुनील गालव ने कहा कि नहरों में जल प्रवाह से पूर्व सफाई और मरम्मत कराने के लिए बजट का अभाव है। जिसके लिए पूर्व में भी विधायक भरत सिंह और रामनारायण मीणा के माध्यम से सरकार से मांग की जाएगी।
इस अवसर पर अर्जुनलाल मीणा ने कहा कि सीएडी के मरम्मत के नाम पर 40 लाख खा गए, लेकिन सफाई के लिए बजट नहीं है। सरकार ने 1200 करोड दिए उनका भी कोई हिसाब नहीं है। पहले जहां सीसी कराई गई थी, वहां गड्ढे हो गए हैं। फाइनल रेगुलेशन की जानकारी जल उपयोक्ता संगम के अध्यक्षों से शेयर नहीं की जाती है।
कुलदीप सिंह ने कहा कि बाजड डिस्ट्रीब्यूटरी सबसे लम्बी है, लेकिन उसे पानी से वंचित रखा जा रहा है। हमें 165 से कम गेज नहीं चाहिए। इस बार बाजड़ क्षैत्र में पानी नहीं पहुंचा तो आन्दोलन करेंगे। हरिप्रकाश मीणा ने कहा कि 1 नवम्बर से पहले पानी नहीं चाहिए। उससे पहले पानी टेल तक पहुंचाना चाहते हैं।
फर्जी बिलों के आधार पर राशि उठाने का आरोप
रामेश्वर नागर ने कहा कि नहर में हकाई करने के लिए नहर में उतारा जाता है, लेकिन इसकेे लिए कहीं पर भी रैम्प नहीं बनाया गया है। उन्होंने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि फर्जी बिलों के आधार पर राशि उठाई जा रही है, जिसकी जांच कराई जानी चाहिए। अतिरिक्त आयुक्त प्रियंका गोस्वामी ने कहा कि चम्बल परियोजना वैधानिक बॉडी है। नहरों के संचालन की सबकी साझा जिम्मेदारी है। सभी को मिलकर टेल तक पानी पहुंचाने के प्रयास करने चाहिए।
बैठक में उपसभापति अशोक नन्दवाना, अब्दुल हमीद गौड, बलदेव सिंह, रण्रबीर सिंह, प्रहलाद मीणा, हरिशचन्द मीणा, रामलाल मीणा, रामजीलाल, कृष्णकुमार, ओमप्रकाश मीणा, बृजमोहन मालव, रामेश्वर नागर, कुलदीप सिंह, अर्जुनलाल, राजसिंह ठीकिरया, भगतराम नागर, हरिप्रकाश नागर, जगदीश मीणा, कालूलाल मीणा, जगदीश मीणा, शंभूदयाल, बृजमोहन मीणा, लाल बहादुर, अनिल, सुनील मीणा, एईएन सुनील कुमार, एमएल मालव, एससी मीणा, ईई प्रवीण लालवानी, ईई अजय कुमार, रामरूप मीणा, राजकुमार भटनागर, एक्सईएन आदेश कुमार जैन, एसई एसके वर्मा, केके गौर, बलवंत सिंह, एसई शैलेन्द्र व्यास, महेन्द्र कुमार, सीपी गोयल, राजेश शर्मा, प्रभाकर पाण्डेय समेत कईं लोग मौजूद रहे।