कोटा। दशहरा मेले के विजयश्री रंगमंच पर गुरुवार शाम हुई साफा प्रतियोगिता के दौरान स्वामी विवेकानंद नगर निवासी 19 वर्षीय आदित्य सिंह राजावत प्रथम रहे। महिपाल सिंह सोलंकी द्वितीय एवं कुलदीप सिंह व कैलाश सिंह संयुक्त तौर पर तृतीय रहे। प्रतियोगिता में दो महिला प्रतिभागियों सहित 28 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
प्रतियोगिता के दौरान राजस्थानी में हाड़ौती स्टाइल साफा, मारवाड़ी, मेवाड़ी साफा भी दर्शकों को खूब भाया। विजेताओं को मंच पर ही पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता में गजराज सिंह पलायथा, दुष्यंत सिंह, हेमंत प्रजापति मोडक, जगदीश विज्ञान नगर, रतनलाल नामा रेतवाली, पवन सिंह झालावाड़, भरत सिंह हाडा, भवानी सिंह सिसोदिया, युवराज सिंह सोलंकी, यशवंत सिंह राठौड़, चंद्र प्रताप सिंह, पल्लवी सिंह, नंद सिंह, योगेश मेहरा सहित 28 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
निर्णायक मंडल में मेला समिति सदस्य चतुर्वेदी व मुख्य अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र गौतम नरेंद्र हाडा शामिल रहे। प्रथम विजेता रहे आदित्य राजावत ने बताया कि भारतीय संस्कृति की शान साफा है और यह संस्कृति जिंदा रहे, इसलिए उन्होंने साफा बांधना सीखा है। यह कला विरासत में मिली है।
मंच से बंधेज, चुनरी, लहरिया, चूनरी, तिरंगा, केसरियां, पचरंगी के साफे बांधे गए। विजेता प्रतिभागियों को महापौर महेश विजय, मेला अध्यक्ष राम मोहन मित्रा बाबला, मेला अधिकारी कीर्ति राठौड़, उपायुक्त राज्यपाल सिंह, राजस्व अध्यक्ष महेश गौतम लल्ली आदि ने सम्मानित किया। संचालन गोपाल सोनी व रेणु श्रीवास्तव ने किया।