कोटा। राजस्थान मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेनटेटिव्जस यूनियन का दो दिवसीय रजत जयंती प्रदेश स्तरीय सम्मेलन कोटा में शनिवार को एक होटल में शुरू हुआ। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संजीव खण्डेलवाल ने झंडा रोहण के साथ सम्मेलन का आगाज किया। यूनियन की 17 इकाइयों के करीब 400 दवा प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में शिरकत की।
कार्यक्रम के उदघाटनकर्ता रविन्द्र शुक्ला प्रदेश अध्यक्ष भारतीय ट्रेड यूनियन केन्द्र ( सीटू) रहे वहीं कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दवा प्रतिनिधियों के राष्ट्रीय संगठन फेडरेशन ऑफ़ मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेनटेटिव्ज एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के राष्ट्रीय महामंत्री शांतनु चटर्जी थे। सम्मेलन के दौरान दवा प्रतिनिधियों को आ रही समस्याओं पर विस्तार से मंथन किया गया और नए श्रम कानून को लेकर विरोध प्रकट किया गया।
प्रदेशाध्यक्ष संजीव खण्डेलवाल ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि 45 साल के अंदर ऐसा समय कभी नहीं आया जब श्रमिकों की हालत खराब है। गरीब और गरीबी की ओर बढ रहा है, वहीं पूंजीपति और अमीर हो रहा है। हर क्षेत्र में प्राइवेटाइजेशन हो रहा है। गिनती के पूंजीपतियों के हाथ में सरकार चल रही है।
स्वागत समिति के अध्यक्ष एआईआरएफ के सहायक महामंत्री मुकेश गालव ने कहा कि देश के वर्तमान हालात श्रमिकों के लिए ठीक नहीं है। सरकार की नीतिया श्रम विरोधी होती जा रही हैं। प्राइवेट सेक्टर के अधिक लाभ पहुंचाया जा रहा है। रेलवे को भी प्राइवेट कम्पनियों के हाथों सौपा जा रहा है। रेलवे के स्ट्रक्चर पर प्राइवेट ट्रेन चलाई जा रही है।
उद्घाटन सत्र मे विशिष्ट के रूप मे सम्मेलन को कोटा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय सरदाना ने सम्बोधित करते कहा कि चिकित्सक और दवा प्रतिनिधियों का चोली दामन का साथ है और भविष्य में यथासंभव सहयोग के लिये आश्वस्त भी किया!
रजत ग्रुप के डाइरेक्टर व भवानी मण्डी के ख्यातनाम चिकित्सक डाॅ. जे के अरोडा ने कहा कि मानव मात्र के दुख दूर करने वाला प्रोफेशन दवा प्रतिनिधियों का है। इनके सहयोग के बिना स्वास्थ्य सेवाओं में कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए की दवाओं पर टेक्स नहीं लगाए।
डाॅ. एम एल अग्रवाल ने कहा कि दवा प्रतिनिधियों के सहयोग से ही हेल्प लाइन चलाई जा रही है, जिससे अब तक सैकडों लोगों की जान सुसाइड से बचाई गई है। उन्होंने कहा कि दवा प्रतिनिधि समाज का अभिन्न अंग है। दवा व्यवसायी लक्ष्मण नैनानी ने कहा कि आज वो राजस्थान में नम्बर वन केवल दवा प्रतिनिधियों के सहयोग के कारण ही बन पाये हैं।
आयोजन सचिव व प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश गालव ने बताया कि सम्मेलन को आईएमए कोटा के अध्यक्ष डॉ एस सान्याल ने भी संबोधित किया । उद्घाटन सत्र के पश्चात प्रदेश महामंत्री जितेंद्र सिंह नरुका ने राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय मुद्दों को छूते हुये विगत 2 वर्षों की बहुत ही रोचक रिपोर्ट पेश की।
सम्मेलन के स्वागत सत्र मे अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष कामरेड दूलीचंद, डब्लूसीआरईयू के जोनल कोषाध्यक्ष इरशाद खान, जिला महामंत्री सीटू उमाशंकर, जिला संयोजक जनवादी लेखन संघ नगेन्द्र कुमावत, जिला संयोजक अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति पुष्पा खींची, जिला सचिव अखिल भारतीय बैंक एम्प. एसोसिएशन पदम पाटौदी, निर्माण मजदूर यूनियन कोटा के जिला सरंक्षक रविन्द्र सिंह ने भी सम्बोधित किया !