विजयादशमी पर आज भारत को मिलेगा पहला राफेल जेट

0
713

नई दिल्ली। विजयादशमी और एयरफोर्स डे के मौके पर भारत को पहला राफेल जेट मिलने वाला है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस पहुंच चुके हैं। वह इस राफेल में फ्रांसीसी एयरपोर्ट के बेस से उड़ान भी भरेंगे। हालांकि भारत को यह राफेल अगले साल डिलिवर किया जाएगा।

राफेल दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है जिसका निर्माण दसाल्ट नाम की एक फ्रांसीसी कंपनी ने किया है। इसमें मिटिऑर और स्काल्प मिसाइलें तैनात हैं, जिनकी वजह से ये भारत को हवा से हवा में मार करने की अद्भुत क्षमता देंगी। कह सकते हैं कि ये दोनों मिसाइलें राफेल का यूएसपी हैं।

फ्रांस पहुंचने के बाद राजनाथ सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘राफेल भारत आ रहा है और कल (8 अक्टूबर) को इसे हेंडओवर किया जाएगा। सभी इसके लिए काफी उत्साहित हैं जोकि यह स्वभाविक है। आपको भी यह सेरिमनी देखनी चाहिए।’

एमबीडीए के इंडिया चीफ लुइक पीडेवाशे के अनुसार, मिटिऑर को विजुअल रेंज मिसाइल के तौर पर दुनिया में सबसे मारक माना जाता है। वहीं स्काल्प काफी अंदर तक जाकर मार करने में सक्षम है। फ्रांस भारत को 36 राफेल सप्लाई करेगा।

आइए जानते हैं कि राफेल जेट की खूबियां :

  1. राफेल एक ऐसा लड़ाकू विमान है जिसे हर तरह के मिशन पर भेजा जा सकता है। भारतीय वायुसेना की इस पर काफी वक्त से नजर थी।
  2. यह एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है। इसकी फ्यूल कपैसिटी 17 हजार किलोग्राम है।
  3. चूंकि राफेल जेट हर तरह के मौसम में एक साथ कई काम करने में सक्षम है, इसलिए इसे मल्टिरोल फाइटर एयरक्राफ्ट के नाम से भी जाना जाता है।
  4. इसमें स्काल्प मिसाइल है जो हवा से जमीन पर वार करने में सक्षम है।
  5. राफेल की मारक क्षमता 3700 किलोमीटर तक है, जबकि स्काल्प की रेंज 300 किलोमीटर है।
  6. विमान में फ्यूल क्षमता- 17,000 किलोग्राम किलोग्राम है।
  7. यह ऐंटी शिप अटैक से लेकर परमाणु अटैक, क्लोज एयर सपॉर्ट और लेजर डायरेक्ट लॉन्ग रेंज मिसाइल अटैक में भी अव्वल है।
  8. यह 24,500 किलो तक का वजन ले जाने में सक्षम है और 60 घंटे की अतिरिक्त उड़ान भी भर सकता है।
  9. इसकी स्पीड 2,223 किलोमीटर प्रति घंटा है।

भारत को मिलने वाले राफेट जेट में होंगे ये 6 बदलाव:

  • -इजरायली हेलमेट माउंटेड डिस्प्ले
  • राडार वॉर्निंग रिसीवर्स
  • लो बैंड जैमर्स
  • 10 घंटे का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डिंग सिस्टम
  • इन्फ्रा-रेड सर्च
  • ट्रैकिंग सिस्टम