लंदन। कई लोग शिकायत करते हैं कि कंप्यूटर के की-बोर्ड पर वे तेजी से टाइप कर लेते हैं, लेकिन मोबाइल में मैसेज भेजने पर उन्हें काफी समय लगता है। इसमें उन्हें टाइप करने में मुश्किल पेश आती है। मगर, शोधकर्ताओं ने पाया है कि युवा पीढ़ी के लोग दो अंगूठों और ऑटो करेक्ट का इस्तेमाल करते 85 शब्द प्रति मिनट तक की स्पीड हासिल कर सकते हैं, जो पारंपरिक रूप से की-बोर्ड में टाइप करने से भी ज्यादा है।
शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन करने के लिए एक इंटरनेट-आधारित टाइपिंग टेस्ट का इस्तेमाल किया। इसके लिए उन्होंने देखा कि हजारों लोग स्क्रीन और कीबोर्ड, दोनों पर कितनी तेजी से वाक्य लिख सकते हैं। टीम की रिपोर्ट है कि सबसे तेज टेक्स्टर्स वे लोग थे, जिन्होंने टाइप करने के लिए दोनों अंगूठे का इस्तेमाल किया था और सहायता के लिए ऑटो करेक्ट की मदद ली थी।
ज्यूरिख में स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की कंप्यूटर वैज्ञानिक अन्ना फीट और उनके सहयोगियों ने लगभग 37,000 स्वयंसेवकों का डेटा जमा करने के लिए टाइपिंगमस्टर डॉट कॉम की टाइपिंग स्पीड टेस्ट सर्विस का इस्तेमाल किया, जो या तो मोबाइल डिवाइस या एक भौतिक कीबोर्ड का उपयोग करते थे।
प्रतिभागियों ने दिए गए वाक्यों को टाइप करते समय किए गए कीस्ट्रोक्स को रिकॉर्ड करने के लिए शोधकर्ताओं को सहमति दी थी। इससे टीम प्रत्येक व्यक्ति की टाइपिंग की गति, गलतियों का स्तर और अन्य विशेषताओं का शोधकर्ता आकलन करने सकते थे। हालांकि, अधिकांश वॉलेंटियर्स 25 साल से कम उम्र के थे और मुख्य रूप से इनमें अमेरिकी महिलाएं थीं। शोधकर्ताओं ने 160 से अधिक देशों और सभी उम्र के टाइपिस्टों का डेटा जमा करने में कामयाबी हासिल की।
डॉक्टर फीट ने कहा कि हम यह देखकर चकित थे कि दो अंगूठे का इस्तेमाल करके टाइप करने वाले यूजर्स ने औसतन 38 शब्द प्रति मिनट की स्पीड हासिल की, जो टाइपिंग की गति से लगभग 25 फीसद कम है। जबकि की-बोर्ड पर वे बहुत तेजी से टाइप कर सकते हैं, जो करीब 100 शब्द प्रति मिनट तक हो सकता था। हालांकि, ऐसा करने वाले लोगों की संख्या कम हो रही है। ज्यादातर लोग 35-65 शब्द प्रति मिनट ही टाइप कर पाते हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया कि टाइपिंग स्पीड और टैप करके टच स्क्रीन पर टाइप करने की स्पीड में अंतर काफी कम हो रहा है और आने वाले समय में यह अंतर खत्म हो सकता है या हो सकता है कि टाइपिंग की जगह लोग टैप करके ज्यादा तेजी से शब्द लिख सकेंगे।