नई दिल्ली। पासवर्ड्स आपके अकाउंट की चाबी जैसे होते हैं और एक बार पासवर्ड लीक या हैक हो जाए को आपका पर्सनल डेटा और बाकी डीटेल्स आसानी से गलत हाथों में जा सकते हैं। गूगल ने यूजर्स को पासवर्ड लीक या किसी तरह की हैकिंग से बचाने से एक खास टूल क्रोम ब्राउजर में इंटीग्रेट करने का फैसला किया है।
इसकी मदद से यूजर्स को रियल टाइम प्रटेक्शन मिलेगा और साथ ही यह भी बताया जाएगा कि उनका पासवर्ड पहले कभी लीक तो नहीं हुआ या वे डेटा हैकिंग के शिकार तो नहीं बने। गूगल ने पहले पासवर्ड सेफ रखने के लिए एक एक्सटेंशन लॉन्च किया था और अब इसे इंटीग्रेट करने का फैसला किया गया है।
इस नए टूल की मदद से गूगल यूजर्स की हर टेंशन का इलाज करने जा रहा है। गूगल पासवर्ड मैनेजर ऐंड्रॉयड और क्रोम में सिंक होता है और इसपर आने वाला नया Password Checkup टूल यूजर्स को बताता है कि उनका लॉग-इन किसी बड़े डेटा लीक या हैकिंग का हिस्सा तो नहीं बना। इस तरह पासवर्ड पूरी तरह सेफ रहेगा। यह टूल यूजर्स को सलाह देगा कि उन्हें कब अपना पासवर्ड बदल लेना चाहिए।
लॉन्च किया था एक्सटेंशन
पॉप्युलर गूगल क्रोम ब्राउजर पर यह टूल यूजर्स की प्रिवेसी और सिक्यॉरिटी का ख्याल रखेगा। बताते चलें, गूगल ने इसी साल फरवरी में अपने ब्राउजर के लिए अलग से पासवर्ड चेकअप एक्सटेंशन लॉन्च किया था, जिसे 10 लाख से ज्यादा बार यूजर्स डाउनलोड किया जा चुका है। अब यूजर्स को इस एक्सटेंशन की जरूरत नहीं होगी और बिल्ट-इन टूल को ब्राउजर का हिस्सा बना दिया जाएगा।
गूगल का कहना है कि इस नए टूल को सिक्यॉरिटी से जुड़े मामलों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। गूगल अकाउंट में ही यूजर्स को चेकअप का ऑप्शन भी मिलेगा, जिससे पता चल सकेगा कि पासवर्ड किसी हैंकिंग में कॉम्प्रोमाइज तो नहीं हुआ है।
ऐसे काम करता है टूल
मौजूदा पासवर्ड चेकअप टूल यूजर्स के अकाउंट या सर्विस पर लॉग-इन करने पर ऑटोमैटिकली अकाउंट के पासवर्ड को मॉनिटर करता है। अगर यह एक्सटेंशन सिक्यॉरिटी में किसी प्रकार की गड़बड़ी या पासवर्ड लीक को डिटेक्ट करता है तो वह लाल रंग के वॉर्निंग बॉक्स में यूजर को तुरंत उस अकाउंट का पासवर्ड बदलने का मेसेज देता है। अगर इस मेसेज को किसी कारण से यूजर अनदेखा करते हैं तो वह तब तक लाल रहेगा जब तक उसे बदल ना दिया जाए। पासवर्ड सेफ होने की स्थिति में यह हरे रंग का रहता है।