नई दिल्ली। सोने का आयात अगस्त में एक वर्ष पहले के मुकाबले 73 प्रतिशत घटकर तीन साल के निचले स्तर पर आ गया। स्थानीय बाजार में कीमतें रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंचना और आयात शुल्क बढ़ना इसकी वजह रही।
भारत ने अगस्त में 30 टन सोने का आयात किया, जो पिछले साल अगस्त में 111.47 टन आयात से 73 फीसदी कम है। मूल्य के लिहाज से अगस्त का आयात 62 प्रतिशत घटकर 1.37 अरब डॉलर रह गया, जो अगस्त 2016 के बाद से सबसे कम है। सोने का आयात घटने से भारत को व्यापार घाटा कम करने और रुपए को सहारा देने में मदद मिलेगी।
पहली तिमाही में गिरावट के बाद वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने अपनी रिपोर्ट में ऐसी आशंका जताई थी। बहरहाल, वाणिज्य मंत्रालय इसे ऊंचे भाव पर खुदरा खरीद हतोत्साहित होने के रूप में देख रहा है।
पूरी दुनिया में चीन के बाद सोने की सबसे ज्यादा खपत भारत में ही होती है। इस लिहाज से यहां आयात घटने के असर से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में इजाफे पर लगाम लग सकती है, जो फिलहाल करीब छह साल के ऊंचे स्तर पर है।
भारत में घटी मांग
बुधवार को सोने का एमसीएक्स वायदा भाव सर्वकालिक शीर्ष स्तर 39,770 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो इस साल जनवरी की तुलना में 26 प्रतिशत से भी अधिक है। इसके बाद गुरुवार को मुनाफावसूली हुई और यह 38894 रुपए पर बंद हुआ। रुपए में डॉलर के मजबूती से भी यह स्थिति बनी।
पिछले महीने वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा था कि भारत की सोने की मांग सितंबर तिमाही में नरम रहने की संभावना है, क्योंकि रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके स्थानीय दामों से खरीद घट रही है।