जम्मू। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद अब वहां निवेश को बढ़ावा देने के लिए बड़ी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने की तैयारी की जा रही है। जम्मू-कश्मीर में पहली बार इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जाएगा। यह पहली बार होगा जब निवेश को आकर्षित करने के लिए इतने बड़े कार्यक्रम का आयोजन करने की योजना बनाई गई हो।
जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव (वाणिज्य एवं उद्योग) एनके चौधरी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इन्वेस्टर समिट का अयोजन 12 से 14 अक्टूबर के बीच होगा। चौधरी ने कहा कि आम तौर पर इस तरह के समिट करने के लिए 6-8 महीने की तैयारी की जाती है, लेकिन जम्मू-कश्मीर दिन-रात मेहनत करके बेहद कम समय में इस कार्यक्रम को सफल बनाएगा।
चौधरी ने बताया कि इन्वेस्टर समिट की ऑपनिंग सेरेमनी श्रीनगर में होगी, जबकि इसका समापन जम्मू में किया जाएगा। इसके साथ प्रदेश के अन्य इलाकों को भी इसमें शामिल करने के लिए सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन भी किया जाएगा। चौधरी ने कहा कि इसकी तैयारी के लिए भले ही हमारे पास कम समय हो, लेकिन इसे सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव (वाणिज्य एवं उद्योग) ने बताया कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, व्यापार और उद्योग जगत के दिग्गजों को इस समिट के निमंत्रण भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि समिट में 2000 से ज्यादा निवेशों को निमंत्रण भेजा जाएगा। इसमें सीआईआई की मदद ली जाएगी। सीआईआई समेत कई संस्थाओं को समिट के लिए पार्टनर बनाया गया है।
उन्होंन बताया कि समिट को सफल बनाने के लिए देश भर में भी कई कार्यक्रम किए जाएंगे। अहमदाबाद, चेन्नै, बेंगलुरु, मुंबई में रोडशो का आयोजन किया जाएगा और दिल्ली में एक मेगा रोडशो का आयोजन भी होगा। दिल्ली में एक एंबेसडर मीट और मेगा मीडिया इवेंट का भी आयोजन किया जाएगा।
एनके चौधरी ने बताया कि इस समिट में मुख्य तौर पर कृषि, हेल्थकेयर, स्किल, मैन्युफैक्चरिंग, टूरिजम जैसे सेक्टर पर फोकस किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसका मतलब यह नहीं है कि जिन सेक्टरों का जिक्र नहीं किया गया है, उनको तवज्जो नहीं दी जाएगी। समिट में निवेश के बारे में जानकारी दी जाएगी, साथ ही लोकल बिजनस और स्टार्ट-अप को भी प्लैटफॉर्म मुहैया कराया जाएगा, ताकि वे दुनिया को अपनी योजनाओं के बारे में बता सकें।