नई दिल्ली। देशभर में 1 जुलाई से जीएसटी लागू होने के पहले ई-कॉमर्स कंपनियों ने सेल की झड़ी लगा दी थी। जीएसटी लागू होने के बाद हालांकि इन ऑफर्स में कमी आने की बात कही गई थी, लेकिन कुछ पॉप्युलर साइट्स अभी भी सेल ऑफर कर रही हैं।
इस महीने कुछ प्रॉडक्ट्स के दाम बढ़ने की आशंका के मद्देनजर फ्लिपकार्ट, ऐमजॉन इंडिया, पेटीएम मॉल जैसे ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म्स के वेंडरों ने हार्डवेयर, बड़े अप्लायंसेज और फर्नीचर जैसे सामानों की बढ़ी मांग के लिए आपूर्ति बढ़ा दी। ऐसे सेलर्स जिन्होंने जीएसटी रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है और उन्हें इन प्लेटफॉर्म्स से हटा दिया गया है वे अपना स्टॉक तेजी से निकालने में लगे हैं और इसके लिए कम से कम कीमत ले रहे हैं।
ई-कॉमर्स वेबसाइट पर सबसे ज्यादा मांग फैशन प्रॉडक्ट्स की है। हाल ही में फ्लिपकार्ट ने फैशन ब्रैंड्स दिवास्त्री और मेट्रनॉट लॉन्च किए हैं। देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अभी भी बैग और घड़ियों समेत फैशन प्रॉडक्ट्स पर 70% डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं। ऐमजॉन इंडिया भी अडीडस, लीवाइस और यूसीबी ब्रैंड्स पर इसी तरह के डिस्काउंट ऑफर कर रहा है।
स्पोर्ट्स वेअर पर 80% डिस्काउंट देने वाली कंपनी शॉपक्लूज के सीनियर वाइज प्रजिडेंट (प्रॉडक्ट) उत्कर्ष बिरादर ने कहा, ‘इन प्लेटफॉर्म्स पर सेलर्स की बिक्री काफी ज्यादा होती है क्योंकि वह देशभर के ग्राहकों से जुड़ने में सक्षम हैं। जीएसटी के लागू होने के बाद भी ऑनलाइन और ऑफलाइन बिके सामान पर टैक्स में हमें कोई अंतर समझ नहीं आता इसलिए मांग और खपत में कोई परिवर्तन नहीं होगा।’
फर्नीचर का बिजनस अच्छा-खासा मुनाफा दे रहा है। जीएसटी में लकड़ी के ज्यादातर सामान को 28 फीसदी टैक्स स्लैब में रखा गया है, इससे कीमतों में इजाफा होना तय है। बावजूद इसके प्लाईवुड की मांग में तेजी देखने को मिल रही है। पेपरफ्राई ‘हैपी जीएटी सेल’ में 55% तक का ऑफर दे रहा है। फ्लिपकार्ट भी होम और फर्निचर आइटम्स पर 80 फीसदी डिस्काउंट दे रहा है।
डेलॉइट इंडिया के सीनियर डायरेक्टर एमएस मणि ने बताया, ‘ई-कॉमर्स साइट्स को पता है कि ग्राहकों के मन में यह शंका है कि जीएसटी में चीजों के दाम बढ़ेंगे या घटेंगे। इस अनिश्चितता के चलते ग्राहक सामान खरीद रहे हैं और कंपनियां उसका फायदा उठा रही हैं। इससे बिक्री बढ़ी है और बिक्रेताओं को सेल्स बंद करने का कोई कारण नहीं दिख रहा इसलिए ई-कॉमर्स साइट पर अभी तक ये ऑफर चल रहे हैं।’