लंदन। पूर्व प्रधानमंत्री टेरीजा मे की ब्रेग्जिट रणनीति के मुखर आलोचकों में शामिल प्रीति पटेल को नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कैबिनेट में गृह मंत्री नियुक्त किया गया है। इस तरह वह ब्रिटेन में भारतीय मूल की पहली गृह मंत्री बनने में कामयाब हुई हैं। प्रीति कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व के लिए ‘बैक बोरिस’ अभियान की प्रमुख सदस्य थीं और पहले से संभावना थी कि उन्हें नई कैबिनेट में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
नए पदभार की घोषणा से कुछ घंटे पहले प्रीति ने कहा था, ‘यह महत्वपूर्ण है कि कैबिनेट आधुनिक ब्रिटेन और आधुनिक कंजरवेटिव पार्टी को प्रदर्शित करे।’ गुजराती मूल की नेता प्रीति ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों के सभी प्रमुख कार्यक्रमों में अतिथि होती हैं और उन्हें ब्रिटेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्साही प्रशंसक के रूप में देखा जाता है। ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) से बाहर होने के पक्ष में जून 2016 के जनमत संग्रह की अगुआई में प्रीति पटेल ने वोट लीव अभियान चलाया था।
पहली बार विटहैम से सांसद बनीं
47 साल की प्रीति पटेल सबसे पहले साल विटहैम से 2010 में सांसद चुनी गई थीं। 2015 और 2017 में भी उन्होंने इसी सीट से जीत दर्ज की थी। वह डेविड कैमरन सरकार में रोजगार राज्यमंत्री भी रह चुकी हैं। उनके माता-पिता मूल रूप से गुजरात के थे, जो युगांडा में रहते थे और 60 के दशक में इंग्लैंड आ गए थे।
टरीजा मे सरकार से देना पड़ा था इस्तीफा
दो साल पहले एक विवाद के बाद प्रीति पटेल को टरीजा मे सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था। दरअसल, नवंबर 2017 में प्रीति ने इजरायल के अधिकारियों के साथ गुप्त बैठकों को लेकर राजनयिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया था, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री के रूप में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।