कोटा। दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग स्थित कोटा रेल मंडल में रोजाना चलने वाली लगभग 120 सवारी व मालगाड़ियों को तेज गति से चलाने के लिए 40 आधुनिक इंटरमीडियट ब्लॉक सिस्टम (आईबीएस) लगाए गए हैं। सिस्टम से दो रेलवे स्टेशनों के बीच दो ट्रेनें स्पीड से चलती है। इससे ट्रेनों की पंक्च्वलिटी में सुधार होने लगा है। एक आईबीएस सिस्टम लगाने पर डेढ़ करोड़ का खर्चा आता है।
रेलवे में पूर्व में दो रेलवे स्टेशनों के बीच केवल एक ही ट्रेन चलती थी। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने के बाद ही दूसरी ट्रेन को पीछे से रवाना किया जाता था। ऐसे में दूसरी ट्रेन को रवाना करने के लिए इंतजार करना पड़ता था।
दो स्टेशनों के बीच एक के पीछे एक ट्रेन चलाने के लिए रेलवे ने कोटा रेल मंडल में इंटरमीडियट ब्लॉक सिग्नल सिस्टम लगाने का फैसला किया। ट्रेनों की पंक्च्वलिटी को सबसे अधिक झटका मथुरा के बाद मुडेसीरामपुर से सवाईमाधोपुर के बीच पड़ता था। इसमें सुधार के लिए सबसे पहले इसी सेक्शन में आईबीएस लगाया गया।
इसकी शुरूआत वर्ष 2010 में की गई। रेलवे बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि इंडियन रेलवे में आईबीएस सिस्टम लगाए हैं। इसमें कोटा रेल मंडल में अब तक लगभग 40 आईबीएस लगाए जा चुके हैं। इससे दो रेलवे स्टेशनों के बीच दो ट्रेनें चलाई जा सकती है।