दिनेश माहेश्वरी
कोटा। शहर से KEDL को भगाने का वादा करने वाले शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल के सत्ता मिलते ही स्वर बदल गए। विधान सभा चुनाव से पहले उन्होंने कई लोक लुभावन वादे किये थे। शहर की जनता को अच्छी तरह याद है जब से KEDL आई है तब से बिजली उपभोक्ताओं के बिलों की राशि दुगनी हो गई है। इसके विरोध में शहर में कई बार आंदोलन हुए।
लोगों ने घरों के बाहर लगे स्मार्ट मीटर उखाड़ फेंके। इस विरोध को कांग्रेस के नेताओं ने खूब हवा दी। इस बीच पूर्व में भी मंत्री रह चुके धारीवाल ने जनता से यह भी वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार आई तो कोटा से KEDL को भगा देंगे।
अब बोल रहे धारीवाल
शहर में जयपुर विद्युत वितरण निगम की फ्रेंचाइज कंपनी केईडीएल की ओर से शहर में स्मार्ट मीटर लगाए जाने के मामले पर प्रदेश के एक अख़बार को दिए वक्तव्य में उन्होंने कहा, पिछली सरकार ने केईडीएल के साथ 20 साल का करार किया था।
ऐसे में बिना विधिक प्रक्रिया से इसे भगाया नहीं जा सकता, लेकिन इस बारे में रास्ता खोजा जा रहा है। जब तक निजी कंपनी कोटा में तब तक स्मार्ट मीटर के साथ पुराने मीटर भी लगाए जाएंगे। जिस मीटर में रीडिंग कम आएगी, उसी मीटर के अनुसार बिल का भुगतान किया जाएगा।
शहर को राहत और नई सुविधाएं देने के लिए सरकार की क्या योजना के बारे में उन्होंने कहा, वे शहर की जरूरतों की प्राथमिकता के आधार पर योजनाएं तैयार कर रहे हैं। इसमें जनता के सहयोग की भी जरूरत पड़ेगी।
नए हवाई अड्डे के लिए जमीन देने को तैयार
नागरिक उड्डयन विभाग और एयरपोर्ट ऑथिरिटी कोटा में नया हवाई अड्डा बनाने की योजना पर काम करे तो सरकार नि:शुल्क जमीन देने के लिए तैयार है। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, वे और उनकी सरकार कोटा में नया हवाई अड्डा बनाना चाहते हैं।
इसलिए उपयुक्त जगह पर जितनी जरूरत होगी उतनी जमीन देने के लिए तैयार है। इसके एवज में कोई राशि नहीं ली जाएगी। उन्होंने कहा, राज्य सरकार जमीन दे सकती है, लेकिन हवाई अड्डे का निर्माण नागरिक उड्डयन विभाग और एयरपोर्ट ऑथिरिटी की पहल पर ही हो सकेगा।