कोटा। धनिया व्यापारियों एवम् खाद्य पदार्थ केन्वेसिंग एजेन्ट्स एसोसियेशन की ओर से तृतीय राष्ट्रीय धनिया सेमिनार 10 मार्च को ‘शहर के एक होटल में आयोजित की जाएगी। जिसमें देश-विदेश के लगभग 700 प्रतिनिधि भाग लेगें।
इस नेशनल सेमिनार में देश-विदेश से धनिया व्यापारी, मसाला वाले, निर्यातक तथा वायदा व्यापार के प्रतिनिधि सम्मिलित होकर फसल उत्पादन, गुणवत्ता, वैश्विक बाजार परिदृश्य एवम् माँग-आपूर्ति के पूर्वानुमान पर परस्पर चर्चा करेंगे। सेमिनार की तैयारियों के लिये कोटा के धनिया व्यापारियों एवम् दलालो की संयुक्त बैठक हुई जिसमें स्पॉन्सर, स्टॉल, अतिथियों के स्वागत, प्रचार प्रसार एवम् अन्य विषयों पर चर्चा की गयी।
बैठक में हेमन्त कुमार जैन, कमल विजय, महावीर मित्तल, जसुभाई, प्रमोद अग्रवाल एवम् अशोक जैन ने सेमिनार को सफल बनाने हेतु सुझाव दिये। संस्था अध्यक्ष कैलाश चन्द दलाल ने बताया कि चूंकि देश में पैदा होने वाली धनिये की कुल पैदावार में राजस्थान व मध्यप्रदेश का योगदान 80 प्रतिशत होता है।
इस वर्ष धनिया सेमिनार करने का मुख्य उद्देश्य धनिया की बुवाई, पैदावार, मौसमी प्रभाव एवं भविष्य में पैदावार के रूझान का आंकलन करने के साथ ही इसके व्यापार से जुडे प्रत्येक वर्ग में संवाद स्थापित करना है ताकि व्यापार में आ रहे निरन्तर बदलाव के अनुरूप सभी वर्ग स्वंय को उसी अनुरूप समायोजित कर सकें।
मुंबई के जेब्स इंटरनेशनल, चेन्नई की आची मसाला, पुणे के सुहाना मसाला, बैतूल आयल, इंदौर के पीसी कनन ग्रुपख् रामदेव फूलचंद, स्टार एग्री ग्रुप आदि प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधी सेमिनार में धनिये के निर्यात पर चर्चा करेंगे। उल्लेखनीय है कि धनिये की पैदावार एवं व्यापार में कोटा, रामगंजमंडी, बारां, भवानीमंडी, छबडा, मध्यप्रदेश में कुम्भराज, ब्यावरा, नीमच, गुना आदि क्षेत्रों के व्यापारी देश-विदेश में अच्छी क्वालिटी के धनिये की आपूर्ति करते हैं।
एसोसिएशन के सचिव रतनलाल गोचर ने बताया कि देशभर के धनिया व्यवसायी नेशनल सेमिनार के लिये पंजीयन करवा रहे हैं। सेमिनार के दो सत्रों में धनिया पैदावार व गुणवत्ता पर विशेषज्ञ द्वारा पैनल चर्चा भी की जाएगी।