अमेरिका के फेडरल कम्युनिकेशन कमीशन (एफसीसी) ने गूगल को हाथ के इशारे पहचानने वाला सोली सेंसर बनाने की मंजूरी दे दी है। रडार मोशन बेस्ड यह सेंसर वियरेबल्स, कम्प्यूटर और स्मार्टफोन में इस्तेमाल सकेगा। इसका सबसे ज्यादा फायदा दिव्यांगों को मिलेगा। एयरक्राफ्ट में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।
इस तरह काम करेगा यह सेंसर
-सोली सेंसर रडार सिग्नल पर काम करता है। इस सेंसर को जिस भी डिवाइस में लगाया जाएगा, उसे यूजर हाथ के इशारे से ऑपरेट कर सकेगा।
-यूजर्स अंगूठे और उंगली की मदद से वर्चुअल बटन को दबाकर दूर रखे स्मार्टफोन से भी कॉल कर सकेंगे। इसके अलावा, पॉकेट या बैग में रखी डिवाइस को भी ऑपरेट किया जा सकेगा।
2015 में शुरू हुआ था इस सेंसर पर काम
गूगल ने सोली सेंसर पर 2015 से काम करना शुरू किया था। गूगल इस सेंसर के लिए हाई-फ्रीक्वेंसी पर काम करना चाहती थी। पर हाई-फ्रीक्वेंसी पर काम करने की वजह से इस सेंसर की मदद से किसी दूसरे डिवाइस से भी छेड़छाड़ की जा सकती थी, लिहाजा फेसबुक जैसी कंपनियों ने इस पर आपत्ति जताई। जिसके बाद गूगल ने इस सेंसर के लिए 57-64GHz फ्रीक्वेंसी बैंड पर काम करने की अनुमति मांगी थी।