नीरज गुप्ता, ललित शर्मा समेत छह पदाधिकारी जार से निष्कासित

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जयपुर। जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) की प्रदेश कार्यकारिणी ने यूनियन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नीरज गुप्ता, पूर्व महासचिव राधारमण शर्मा, पूर्व प्रदेश कोषाध्यक्ष अतुल अरोड़ा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा एवं टोंक के जिलाध्यक्ष  भगवान सहाय शर्मा को यूनियन की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।

इन सभी को संगठन के खिलाफ अनुचित और अवांछित गतिविधियों में लिप्त रहने, जार सदस्यों की मेंबरशिप राशि, पत्रकार कल्याण कोष, कोटा के एनयूजेआई अधिवेशन के आय-व्यय और अधिवेशन के लिए डीआईपीआर की ओर से मिले पांच लाख रुपए के आर्थिक सहयोग का ब्यौरा नहीं देने, एनयूजेआई की लोन राशि का चेक अनादरित होने के बाद भी राशि नहीं लौटाने और ना ही हिसाब देने, जार की नवनिर्वाचित प्रदेश कार्यकारिणी और चुनाव को लेकर अनर्गल बयानबाजी करने, आपराधिक मामलों को छिपाने, गबन आदि कृत्यों में लिप्तता को देखते हुए इन्हें जार से निष्कासित करने का फैसला किया है।

प्रदेश कार्यकारिणी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में गत दिनों हुई प्रदेश कार्यकारिणी की आपात मीटिंग में यह फैसला किया गया। मीटिंग से पहले इन सभी को जवाब देने को कहा था। 22 अक्टूबर को अंतिम मौका देते हुए इन्हें स्पीड पोस्ट के जरिये उनके कृत्यों के बारे में अवगत कराते हुए निष्कासित करने की सूचना दी गई। लेकिन इन्होंने अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया।

प्रदेश कार्यकारिणी ने उक्त सभी से जार की सभी तरह की राशि की वसूली करने, गबन और दूसरे कृत्यों में लिप्तता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए एडवोकेट पैनल तय किया है। पैनल में एडवोकेट जवाहर सिंह चौधरी, एडवोकेट भगवत गौड़, एडवोकेट शंकर लाल गुर्जर को अधिकृत किया है।

जार से निष्कासित उक्त सभी पूर्व पदाधिकारियों को सात दिन का अंतिम मौका भी दिया है कि वे संगठन हित में आय-व्यय का ब्यौरा सौंप दे। साथ ही एनयूजेआई की लोन राशि और कोटा अधिवेशन का हिसाब भी देंवे। अन्यथा इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरु कर दी जाएगी। (साभार : Bhadas 4 midia)