एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो: अब मोबाइल टिकट से कर सकेंगे एंट्री-एग्जिट

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नई दिल्ली। ज्यादातर लोग टोकन या स्मार्ट कार्ड के जरिए मेट्रो में यात्रा करते हैं, मगर अब डीएमआरसी ने एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर एक नया मोबाइल टिकटिंग सिस्टम भी शुरू करने जा रही है। इसके तहत मोबाइल पर आए क्यूआर कोड के जरिए लोग स्टेशन में एंट्री-एग्जिट कर सकेंगे।

पायलट प्रॉजेक्ट के तौर पर वॉइलट लाइन के लाल किला और जामा मस्जिद स्टेशनों पर इस सिस्टम का सफल प्रयोग करने के बाद डीएमआरसी ने एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के सभी स्टेशनों पर इस सुविधा को शुरू करने का फैसला किया।

हालांकि लाल किला और जामा मस्जिद पर तो कम ही लोग इस सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन एयरपोर्ट लाइन से बड़ी तादाद में विदेशी सैलानियों समेत दिल्ली के बाहर से आए अन्य यात्री भी ट्रैवल करते हैं। ऐसे में डीएमआरसी को उम्मीद है कि इस लाइन पर क्यूआर कोड आधारित टिकटिंग सिस्टम का ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा।

मेट्रो प्रवक्ता ने बताया कि अगले रविवार यानी 16 सितम्बर से एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के सभी 6 स्टेशनों पर यह सिस्टम शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट पॉइंट पर दो-दो नए एएफसी गेट लगाए गए हैं।

जिनमें टोकन और स्मार्ड कार्ड के अलावा क्यूआर कोड को रीड करने का सिस्टम भी लगा हुआ है। यात्री जब अपना फोन क्यूआर कोड रीडर पर लगाएंगे, तो गेट खुल जाएंगे। इसके बाद यात्री एयरपोर्ट मेट्रो में ट्रैवल कर सकेंगे। बाहर निकलते वक्त भी इसी तरह से गेट खुलेंगे।

ऐसे मिलेगा क्यूआर कोड
मेट्रो प्रवक्ता ने बताया कि क्यूआर कोड आधारित टिकटिंग सिस्टम को अपने मोबाइल में शुरू करने के लिए लोगों को पहले गूगल प्ले स्टोर या ऐपल स्टोर से Ridlr ऐप डाउनलोड करना होगा। ऐप डाउनलोड होने के बाद क्यूआर कोड जेनरेट करना होगा।

इसके लिए पहले ऐप में अपनी सारी जानकारियां, फोन नंबर, ई-मेल आईडी आदि डालकर खुद को रजिस्टर्ड करना होगा। उसके बाद क्यूआर कोड जेनरेट करने के लिए मेन्यू में से यात्रा के पहले और आखिरी स्टेशन को सिलेक्ट करना होगा। फिर यात्रियों की संख्या डालनी होगी।

एक बार में अधिकतम 6 लोगों के लिए क्यूआर कोड जेनरेट किया जा सकता है। यात्रियों की संख्या डालते ही ऐप खुद ब खुद किराया बता देगा। उसके बाद आप नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड या या डेबिट कार्ड के जरिए पेमेंट करेंगे, तो एक नोटिफिकेशन आपके फोन पर आएगा।

 उसी के साथ ऐप पर आपकी यात्रा के लिए क्यूआर कोड भी जेनरेट होकर आ जाएगा। यूजर को एंट्री और एग्जिट के वक्त ऐप ऑन करके क्यूआर कोड को एएफसी गेट पर लगे कोड रीडर पर दिखाना होगा, जिसके बाद गेट खुल जाएंगे।

इन बातों का रखना होगा ध्यान
क्यूआर कोड से यात्रा करने वाले लोगों को कुछ बातों का ध्यान भी रखना होगा। नया क्यूआर कोर्ड तभी जेनरेट होगा, जब पिछली बार खरीदी गई टिकट का पूरा या आधा इस्तेमाल कर लिया होगा। जिस दिन के लिए आपके क्यूआर कोर्ड जेनरेट किया है, उस दिन मेट्रो के संचालन की टाइमिंग पूरी होने के बाद क्यूआर कोड खुद ब खुद एक्सपायर हो जाएगा। यानी आप अगले दिन उस क्यूआर कोड का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।

ऐप के जरिए क्यूआर कोड सुबह 4 बजे से आखिरी मेट्रो की टाइमिंग से 10 मिनट पहले तक ही जेनरेट किया जा सकेगा। जिस दिन आपको मेट्रो में ट्रैवल करना है, क्यूआर कोड भी आपको उसी दिन जेनरेट करना होगा। अगर आपने उसका इस्तेमाल नहीं किया, तो उसी दिन रात 11:59 बजे वह अपने आप एक्सपायर हो जाएगा