दो दिन की हड़ताल से बैंकों में 1000 करोड़ का कारोबार प्रभावित

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कोटा। युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आव्हान पर हड़ताल के दूसरे दिन भी बैंकों में कामकाज ठप्प रहा। बैंक शाखाओं में सन्नाटा व्याप्त रहा। बैंकिंग संबंधी कोई काम नहीं हो पाने से कोटा जिले में दो दिनों में लगभग 1000 करोड़ रुपयों का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है।

युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस कोटा के संयोजक पदम पाटोदी ने बताया कि आज भी कोई कर्मचारी एवं अधिकारी बैंकों में काम के लिए नही पहुंचे। हड़ताल के दूसरे दिन सभी बैंक अधिकारी एवं कर्मचारी भारतीय स्टेट बैंक की एरोड्राम चौराहा शाखा के समक्ष प्रातः 9.30 बजे सैंकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए तथा अपनी मांगों के समर्थन में नारे बाजी की।

बैंक कर्मचारी बेहतर वेतनमान एवं सेवा शर्तों के शीघ्र सम्पन्न करने,अधिकारियों के स्केल 7 तक का समझौता सम्पन्न करने तथा सरकार के उदासीन रवैये के विरोध में 30 व 31 मई दो दिवसीय हड़ताल पर रहे।

बैंक कर्मी एवं अधिकारी नेताओं शरण लाल गुप्ता,अशोक ढल ललित गुप्ता, संजीव झा, विपिन चोरायवाल, सुरेश खंडेलवाल,मोहम्मद अकरम, डीएस साहू, अनिल ऐरन, पी सी गोयल, सी एल भार्गव, डी के गुप्ता, हेमराज सिंह गौड़, रवि कांत शर्मा, आई एल मीना, गजानंद मीना, आरबी मालव पुराने अधिकारी नेता एलआर सिन्हा आदि ने उपस्थित बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार के ढुलमुल रवैये की आलोचना की।

उनका कहना था कि बैंक कर्मी सरकार की हर बैंक योजना को सफल करन मे अपना योगदान दे रहें है, वहीं बैंक और सरकार एनपीए का हवाला देकर समझौते में देरी कर रही है। उन्होंने बैंक कर्मियों को अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिये तैयार रहने का आव्हान किया। प्रदर्शन के दौरान भारतीय बैंक संघ के चेयरमैन का पुतला भी जलाया गया।