नई दिल्ली। अगले कुछ महीने में 36 कंपनियां आईपीओ लेकर आ रही हैं। कंपनियों का लक्ष्य आईपीओ के जरिए मार्केट से 35 हजार करोड़ रुपए जुटाने का है। कंपनियां अपने एक्सपेंशन प्लान और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए आईपीओ लेकर आ रही है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन कंपनियों का वैल्युएशन बेहतर होगा, उनको अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा। जबकि कमजोर वैल्युएशन वाले कंपनियां इसका लाभ नहीं ले पाएंगी।
इन कंपनियों को मिली सेबी की अनुमति
अगले कुछ महीने में 3 दर्जन कंपनियां अपना IPO ला रही हैं। IPO लाने वाली कंपनियों में 6 सरकारी कंपनियां है जिसमें इंडियन रीनूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी, रेल विकास निगम, IRCON इंटरनेशनल, RITES, गार्डेन रिच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियरिंग और मझगांव डॉक शामिल है।
वहीं बार्बिक्यू नेशन हॉस्पिटलिटी, TCNS क्लोथिंक कंपनी, नज़ारा टेक्नोलॉजिज औऱ देवी सीफूड्स उन 12 कंपनियों में शामिल हैं जिनको सेबी से आईपीओ लाने की अनुमति मिल गई है। इसके अलावा 24 कंपनियां जिसमें रूट मोबाइल, क्रेडिटएसेस ग्रामीण, सेम्पकॉर्प एनर्जी इंडिया, फ्लेमिंगो ट्रैवल रिटेल औऱ लोढा डेवलपर्स शामिल हैं को अभी सेबी की मंजूरी का इंतजार है।
कंपनी लिस्टिंग (फीसदी में)
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स 73.82%
अंबर एंटरप्राइजेज 37.36%
बंधन बैंक 33%
लेमन ट्री होटल्स 10%
इंडोस्टार कैपिटल फाइनेंस 4.90%
संधार टेक्नोलॉजीज 4.25%
न्यूजेन सॉफ्टवेयर 3.3%
गैलेक्सी सर्फेंक्टेंट्स 3%
कारडा कंस्ट्रक्शन 24%
ICICI सिक्युरिटीज 17%
भारत डायनामिक्स 16%
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स 5%
एस्टर डीएम हेल्थकेयर 4.2%
मिधानि 3%
IPO से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल
सेबी के पास सौंपे गए ड्राफ्ट पेपर के मुताबिक, 36 आईपीओ लाने वाली कंपनियों में से अधिकांश कंपनियों का प्लान आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल बिजनेस के विस्तार के साथ वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करना है।
2018 में अभी तक 15 कंपनी लिस्ट
इस साल अभी तक 15 कंपनियों की लिस्टिंग शेयर बाजार में हुई है। इनमें से तीन कंपनियों की बंपर लिस्टिंग हुई है। इनमें अपोलो माइक्रो सिस्टम्स, अंबर एंटरप्राइजेज औऱ बंधन बैंक शामिल हैं। जबकि 5 कंपनियों की सुस्त लिस्टिंग हुई। वहीं 6 कंपनियां डिस्काउंट प्राइस पर लिस्ट हुई। एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग इश्यू प्राइस पर लिस्ट हुआ।