नई दिल्ली। पतंजलि आयुर्वेद के ब्रैंड ऐंबेसडर योग गुरु रामदेव ने कंपनी की 20,000 करोड़ की वार्षिक कमाई का लक्ष्य रखा है। फार्मेसी की छोटी सी कंपनी से शुरुआत करने वाली पतंजलि अब FMCG के जानेमाने ब्रैंड्स को भी मात दे चुकी है। 2016-17 में इसका रेवेन्यू 10,000 के पार चला गया जबकि 6 साल पहले यह 500 करोड़ था। लेकिन अभी पतंजलि को अपना लक्ष्य पाने के लिए जद्दोजेहद करनी पड़ रही है।
रामदेव ने अप्रैल में कहा था कि वह भारत में विदेशी कंपनियों के 25-50 फीसदी बाजार पर कब्जा करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा था, ‘अगले 3 से 5 साल में हमने 20 से 25 हजार करोड़ के टर्नओवर का लक्ष्य रखा है। हम बहुराष्ट्रीय कंपनियों को बहुत पीछे छोड़ देंगे। यह हमारा खुला अजेंडा है।’ पतंजलि के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि कंपनी का रिवेन्यू पिछले साल के बराबर ही रहा है।
साल 2017 के मार्च में पतंजलि का रेवेन्यू 10,561 करोड़ था जो कि उसके पिछले साल से 561 करोड़ ज्यादा था। 100 फीसदी वृद्धि से सीधे शून्य पर आ जाना पतंजलि की मंदी को दिखाता है। लेकिन आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक यह नोटबंदी और जीएसटी लागू होने का प्रभाव है।
उन्होंने कहा कि कंपनी अभी रेवेन्यू पर नहीं बल्कि इन्फ्रास्टक्चर और सप्लाइ चेन पर ध्यान दे रही थी। बता दें कि एक दशक पहले छोटी सी कंपनी से शुरुआत करने वाली पतंजलि अब FMCG की दुनिया में बहुत आगे पहुंच चुकी है। बड़ी-बड़ी कंपनयों के लिए यह चुनौती बनी हुई है।