कोटा। प्राइवेट स्कूलों द्वारा किताबों, कॉपियों और यूनिफॉर्म के कमीशनखोरी के मामले को लेकर कलेक्टर के निर्देशन पर दूसरे दिन भी शिक्षाधिकारियों की टीम ने स्कूलों का निरीक्षण किया। स्कूलों में स्थिति यह रही कि बैग से स्कूल के नाम से प्रिंटेड कॉपियां भी गायब तक करवा दी। बच्चों के पास कॉपियां नहीं मिलीं।
टीम ने पता किया तो जानकारी मिली कि कॉपियाें में स्कूल का नाम प्रिंट था। यही नहीं एक स्कूल संचालक ने भी तो अपने यहां स्कूल में नर्सरी के फ्री में एडमिशन देने की लिखित में टीम को सूची तक दे दी। दूसरे दिन भी पांच दलों की टीम ने एक दर्जन से अधिक स्कूलों का निरीक्षण किया।
अधिकांश स्कूलों में शहर की प्रमुख स्टेशनरी और रेडीमेड यूनिफॉर्म की दुकान से खरीदने की बात सामने आई। शिक्षाधिकारियों की टीम ने किए गए निरीक्षण में यह बात सामने आई कि बुक सेलर और स्कूल संचालकों के बीच कमीशनखोरी का खेल है।
रमसा के एडीपीसी संजय मीणा के नेतृत्व में नालंदा अकेडमी, कौटिल्य सीनियर स्कूल, सेंट जोसेफ, लक्की सीनियर स्कूल और एंडोरेंस एनी, एडीईओ प्रारंभिक नरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में निर्मला सीनियर स्कूल, प्रगति स्कूल, द आर्यन नव रचना स्कूल आैर सहायक उप निदेशक प्रारंभिक कानसिंह के नेतृत्व में सेंट्रल अकेडमी, शिव ज्योति, मिकासा, सुमन भारती, होली एंजिल्स स्कूल सहित अन्य स्कूलों का अधिकारियों की टीम ने निरीक्षण किया।