नई दिल्ली। मार्केट रेग्युलेटर सेबी के एक फैसले का असर बीएसई के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स की 30 में से 10 कंपनियों पर पड़ेगा। इस फैसले की वजह से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंस्ट्रीज के मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के सुनील मित्तल, विप्रो के अजीम प्रेमजी सहित 10 लोगों को अपना सीएमडी पद छोड़ना होगा।
नए नियम के तहत अप्रैल 2020 से ये लोग केवल एक पद अपने पास रख सकेंगे। इसका मतलब यह है कि ये लोग चेयरमैन और एमडी में से एक पद को ही अपने पास रख सकेंगे।
यह है फैसला
दरअसल, मार्केट रेग्युलेटर सेबी ने कोटक समिति की उस सिफारिश को मंजूरी दे दी है, जिसमें एमडी या CEO के अलावा चेयरमैन के पद अलग-अलग करने की बात कही गई थी। इसका मतलब है कि इन कंपनियों में कोई एक व्यक्ति सीएमडी नहीं होगा।
यह फैसला मार्केट कैप के लिहाज से टॉप 500 कंपनियों पर लागू होगा। इसके अलावा कंपनी के बोर्ड में इंडिविजुअल डायरेक्टर्स की हिस्सेदारी घटाकर 8 फीसदी कर दी गई है, जो फिलहाल 10 फीसदी है।
इनको छोड़नी होगी कुर्सी
इस फैसले के लागू होने के बाद सेंसेक्स की 10 कंपनियों के सीएमडी को अपना कोई एक पद छोड़ना होगा। इनमें मुकेश अंबानी के अलावा, सुनील मित्तल, पवन मुंजाल शामिल हैं। अभी ये लोग चेयरमैन और एमडी की भूमिका एक साथ निभा रहे हैं।
कब से लागू होगी सिफारिश
सरकार के अधीन आने वाली सेबी की मंजूरी के बाद भी यह सिफारिश अभी दो साल बाद यानी अप्रैल 2020 से लागू होगी। यह फैसला उन टॉप 500 कंपनियों पर लागू होगा जिनकी मार्केट वैल्यू सबसे अधिक होगी।