बूंदी। शहर में रामनवमी के जुलूस पर पथराव करने वालों की गिरफ्तारी और बंद समर्थकों की रिहाई की मांग को लेकर बूंदी अनिश्चितकाल तक बंद रखने की घोषणा की गई।
इससे पूर्व बंद समर्थकों की रिहाई की मांग को लेकर मंगलवार को बूंदी शहर स्वतः बंद रहा, जबकि जिले में बंद का असर मिलाजुला रहा। बूंदी शहर, हिंडोली सहित कुछ कस्बे बंद रहे। तालेड़ा, केपाटन में बंद मिला जुला रहा। लाखेरी, नैनवां में बंद बेअसर रहा। विहिप, बजरंग दल व अन्य हिंदू संगठनों ने मंगलवार को जिला बंद बुलाया था।
ये संगठन सोमवार को बूंदी बंद के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई, जुलूस पर पथराव करने और रावभावजी के मंदिर के पास दरवाजे पर दूसरे पक्ष की ओर से झंडा लगाने वालों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। बूंदी शहर में मंगलवार दूसरे दिन बंद शांतिपूर्ण व स्वतः:स्फूर्त रहा। कहीं कोई तनाव नजर नहीं आया।
दोनों पक्षाें का पूरा ध्यान गिरफ्तार लोगों की जमानत पर रहा। बंद को संयुक्त व्यापार महासंघ से जुड़े 51 व्यापार संघों का समर्थन था। बंद समर्थकों की अगुवाई करनेवाले नेताओं की गिरफ्तारी और पुलिस की सख्ती के चलते मंगलवार को बाजारों में बड़ी रैली-प्रदर्शन या नारेबाजी नहीं हुई। एक जगह टायर जरूर जलाया गया। इधर बूंदी शहर अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की गई है। इसको सफल बनाने में लोग जुट गए हैं।
मंगलवार को बंद रहे मार्केट।
जेल भेजने पर गुस्सा, नहीं खुलेगा बूंदी
बूंदी व्यापार महासंघ की वर्किंग कमेटी की बैठक मंगलवार शाम संत कंवरराम धर्मशाला में हुई। बैठक में बूंदी अनिश्चितकाल तक बंद रखने की घोषणा की गई। बैठक में कहा गया कि रामनवमी जुलूस में शामिल निर्दोष लोगों को गंभीर धाराओं में गिरफ्तार लोगों को जेल भेज दिया, जिन लोगों ने जुलूस पर पथराव किया, उन्हें गिरफ्तार किया जाए। जब तक सभी निर्दोषों की रिहाई नहीं हो जाती, तब तक बूंदी शहर अनिश्चितकाल तक बंद रहेगा।