धांधली में आईबीएम, वोडाफोन और इन्फोसिस का नाम उजागर
नई दिल्ली/बेंगलुरू। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बेंगलुरू में टैक्स रिफंड से जुड़े एक बड़े फ्रॉड का भंडाफोड़ किया। बेंगलुरू का एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कुछ बड़ी कंपनियों के इम्प्लॉईज की इस फर्जीवाड़े में मदद कर रहा था। बुधवार को इस सीए के ऑफिस पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की इन्वेस्टिगेटिव विंग ने छापा मारा। इस दौरान कुछ अहम दस्तावेज बरामद किए गए। वॉट्सएप मैसेज भी मिले हैं, जिनके जरिए सीए क्लाइंट्स से कॉन्टैक्ट करता था।
किन कंपनियों के इम्प्लॉईज?
जिन कंपनियों के इम्प्लॉईज का नाम इस धांधली में सामने आया है उनमें आईबीएम, वोडाफोन और इन्फोसिस शामिल हैं। यह पूरा नेटवर्क देश की आईटी सिटी बेंगलुरू से ही ऑपरेट किया जा रहा था।
I-T डिपार्टमेंट को कुछ वक्त से इस तरह की इन्फार्मेशन मिल रही थी कि कुछ कंपनियों के इम्प्लॉईज जाली दस्तावेज के जरिए रिफंड क्लेम कर रहे हैं। इसके बाद डिपार्टमेंट की जांच टीम ने बेंगलुरू में एक सीए के यहां तलाशी ली। सर्च के दौरान टीम को फर्जी क्लेम डॉक्यूमेंट्स और वॉट्सएप मैसेज मिले।
जाली दस्तावेजों का सहारा
– I-T डिपार्टमेंट की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि सीए गलत इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करता और बाद में क्लेम भी करता था। जानकारी के मुताबिक- सीए ने करीब एक हजार रिटर्न फाइल किए और इसमें प्रॉपर्टी लॉस दिखा। अब तक करीब 18 करोड़ रुपए के क्लेम सामने आए हैं।
करीब 50 ऐसी कंपनियों के इम्प्लॉईज की जानकारी सामने आई है जो इस सीए के क्लाइंट थे। हालांकि, जांच जारी होने की वजह से अब तक इस सीए का नाम डिपार्टमेंट ने पब्लिक नहीं किया है।
जिन इम्प्लॉईज के नाम जांच के दौरान सामने आए हैं, उनमें से ज्यादातर से I-T डिपार्टमेंट की जांच टीम ने पूछताछ की है। एक अफसर ने कहा- हमारे सामने पहली बार इस तरह का कोई केस सामने आया है जिसमें इतने बड़े पैमाने पर फाल्स रिटर्न्स क्लेम किए गए।
स्टेटमेंट के मुताबिक, टोटल रिफंड का 10 फीसदी सीए बतौर कमीशन या फीस अपने पास रखता था। जांच टीम ने कुछ वॉट्सएप मैसेज भी मीडिया को दिखाए।