पहले दिन देखी 10 लाख लोगों ने पद्मावत, चार राज्यों ने किया स्क्रीनिंग से इनकार

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नई दिल्ली/गुड़गांव/पानीपत।  राजपूत संगठनों के विरोध के बीच फिल्म पद्मावत गुरुवार को करीब 4 हजार स्क्रीन्स पर रिलीज हो गई। करीब 10 लाख लोगों ने पहले दिन फिल्म देखी। मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और गोवा में यह फिल्म थिएटर में नहीं दिखाई गई।

सिनेमाघर मालिकों के संगठन मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इन राज्यों में फिल्म नहीं दिखाने का एलान किया था। इस दौरान, गुड़गांव और नोएडा के कुछ स्कूल बंद रहे। यूपी के एक संगठन ने फिल्म के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर संजय लीला पर ईनाम का एलान किया।

तनाव के बीच रिलीज
– फिल्म को कड़ी सुरक्षा के बीच रिलीज किया गया। करीब 10 लाख लोगों ने चार हजार स्क्रीन्स पर यह फिल्म देखी। गुड़गांव में बुधवार को एक स्कूल बस पर पथराव की घटना के बाद सरकारें भी सतर्क रहीं।
– हिंसा की धमकियों की बावजूद जिन लोगों ने थिएटर में जाकर फिल्म देखी। उनके मुताबिक- फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।
– मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने पहले ही साफ कर दिया था कि पद्मावत राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में रिलीज नहीं की जाएगी। करणी सेना जैसे राजपूत और कुछ दूसरे संगठन फिल्म का विरोध कर रहे हैं।
– बिहार, यूपी, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में फिल्म के विरोध के दौरान हिंसा भी हुई। केंद्र ने साफ कर दिया था लॉ एंड ऑर्डर का जिम्मा राज्य सरकारों का है। सुप्रीम कोर्ट ने इस फिल्म को 25 जनवरी को रिलीज करने का आदेश दिया था।

यूपी में एक शख्स ने खुद को आग लगाने की कोशिश की
गुरुवार को यूपी के वाराणसी में एक शख्स ने फिल्म के विरोध में खुद को आग लगाने की कोशिश की। उसे हिरासत में ले लिया गया। जयपुर में करणी सेना ने बाइक रैली निकालकर विरोध किया। उदयपुर में कुछ जगहों पर पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आईं।

हरियाणा में स्कूल बस पर पथराव की घटना के बाद तनाव रहा। हालांकि, पड़ोसी राज्य पंजाब में फिल्म शांति से रिलीज हुई। सोनीपत और पंचकूला में फिल्म रिलीज नहीं की गई।

मध्य प्रदेश में ग्वालियर और उज्जैन में हिंसा की आशंका की वजह से कुछ दुकानें बंद रहीं। गुजरात में अहमदाबाद, मेहसाणा और बनासकांठा में बसों को बंद रखा गया। दिल्ली के सत्यम मल्टीप्लेक्स में रिलीज के दौरान बाउंसर्स और सिक्युरिटी स्टाफ हॉल में भी तैनात रहा।

भंसाली पर ईनाम
यूपी में ‘ऑल इंडिया ब्रजमंडल क्षत्रिय राजपूत महासभा’ के वाइस प्रेसिडेंट दिवाकर सिंह ने एलान किया कि जो भी शख्स संजय लीला भंसाली का सिर कलम करके लाएगा उसे 51 लाख रुपए ईनाम दिया जाएगा। सिंह ने कहा कि वो उन नेताओं को भी सबक सिखाना चाहते हैं जो फिल्म का विरोध नहीं कर रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट सोमवार को करेगा सुनवाई
– सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म को रिलीज करने का आदेश दिया था। फिर भी कुछ राज्यों ने इसे रिलीज नहीं किया। सुप्रीम कोर्ट में 4 राज्यों के अलावा करणी सेना के खिलाफ कोर्ट की अवमानना के मामले में अपील दायर की गईं। सोमवार को इन पर सुनवाई होगी।
– कांग्रेस के सपोर्टर तहसीन पूनावाला ने एक अपील दायर की है। इसमें कहा गया है कि राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश की सरकारों ने फिल्म को रिलीज नहीं किया। इन राज्यों ने कोर्ट के आदेश का सम्मान नहीं किया।
फिल्म को लेकर विवाद क्या है?
– राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठनों ने इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। राजपूत करणी सेना का मानना है कि ​इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच सीन फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची।